ऐसा बताया जा रहा है कि हत्या गोतस्करी के संदेह में की गई है. एक कथित वायरल वीडियो में मृतकों के एक साथी को घायल अवस्था में यह कहते देखा जा सकता है कि 14-15 लोगों ने उन पर हमला किया था और शवों को पुल से नीचे फेंक दिया. मृतकों की पहचान गुड्डू खान और चांद मियां के रूप में हुई है.
झारखंड के गढ़वा ज़िले का मामला. बताया गया है कि एक 60 वर्षीय एक व्यक्ति अपने मवेशियों के साथ बंशीधर नगर उंटारी जा रहा था, जब तीन मोटरसाइकिल सवार लोगों ने उन्हें रोका और गो तस्करी का आरोप लगाते हुए निर्वस्त्र कर अपनी मोटरसाइकिल से बांध दिया.
हरियाणा में गोरक्षकों के एक प्रमुख चेहरे मोनू मानेसर, जुनैद और नासिर की हत्याकांड मामले में नामित 21 आरोपियों में से एक हैं. 16 फरवरी को हरियाणा के भिवानी में एक वाहन में दोनों चचेरे भाइयों के जले हुए शव पाए गए थे. मृतकों के ख़िलाफ़ गो-तस्करी के आरोप लगाए जाने के बाद इस घटना को अंजाम दिया गया था.
राजस्थान के जुनैद और नासिर 15 फरवरी को भरतपुर से लापता हो गए थे. अगले दिन उनके जले हुए शव हरियाणा के भिवानी ज़िले में मिले थे. परिवार ने बजरंग दल के सदस्यों पर हत्या का आरोप लगाया था, जिनमें बजरंग दल सदस्य और हरियाणा सरकार की गोरक्षा टास्क फोर्स के सदस्य मोनू मानेसर भी शामिल थे.
हरियाणा सरकार ने जुनैद और नासिर के लिए न्याय की मांग को लेकर फ़िरोज़पुर झिरका इलाके में विरोध प्रदर्शन के दो दिन बाद रविवार को नूंह ज़िले में वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल इंटरनेट, एसएमएस सेवाओं और डोंगल आधारित सभी इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया. गोतस्करी के आरोप में दोनों मुस्लिम युवकों को ज़िंदा जला दिया गया था.
वीडियो: हरियाणा के भिवानी ज़िले में गोतस्करी के आरोप ज़िंदा जलाकर मार दिए राजस्थान के भरतपुर ज़िले के रहने वाले जुनैद और नासिर की हत्या के विरोध में फ़िरोज़पुर झिरका में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया.
वीडियो: राजस्थान के भरतपुर ज़िले के रहने वाले जुनैद और नासिर बीते 14 फरवरी को किसी रिश्तेदार के यहां जाने के लिए निकले थे, लेकिन ज़िंदा वापस घर नहीं लौट सके. 16 फरवरी को ख़बर मिलती है कि उन्हें हरियाणा के भिवानी ज़िले में ज़िंदा जला दिया गया है. परिवार का दावा है कि बजरंग दल और मोनू मानेसर के लोगों ने उनकी हत्या की है.
वीडियो: हरियाणा के भिवानी में गाय के नाम पर होने वाली हिंसा का एक कथित मामला सामने आया है, जहां दो युवकों को अगवा कर उनकी गाड़ी में आग लगाकर मार देने का आरोप है. एफआईआर में मोनू मानेसर नाम के एक 'गोरक्षक' पर इस घटना को अंजाम देने का इल्ज़ाम है. क्या है मोनू मानेसर की कहानी, बता रहे हैं द वायर के ज़ीशान कासकर.
हरियाणा के भिवानी ज़िले का मामला. परिजनों ने गाय के नाम पर हिंसा का आरोप लगाया है. पुलिस के अनुसार, बीते बृहस्पतिवार एक वाहन के अंदर दो जले हुए शव मिले हैं. इससे एक दिन पहले राजस्थान में एक परिवार ने एफ़आईआर दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि दो युवक - जुनैद और दोस्त नासिर - लापता हो गए थे और बजरंग दल के सदस्यों द्वारा उनका अपहरण कर लिया गया था.
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर ज़िले का मामला. पुलिस का दावा था कि पांच सितंबर 2021 को पुलिस और कथित गो-तस्करों के बीच एक मुठभेड़ हुई थी. जवाबी फायरिंग में गो-तस्कर जीशान हैदर नक़वी के पैर में गोली लगी, जिससे उनकी मौत हो गई. वहीं परिजनों ने आरोप लगाया था कि मृतक को पुलिस घर से उठाकर ले गई और उनकी हत्या कर दी थी.
तापी ज़िले की एक अदालत ने कथित गो तस्करी के मामले में एक आरोपी को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाते हुए कहा कि विज्ञान ने साबित कर दिया है कि गाय के गोबर से बने घर परमाणु विकिरण से प्रभावित नहीं होते हैं और गोमूत्र का उपयोग कई लाइलाज बीमारियों का इलाज है.
राजस्थान की अलवर पुलिस के अनुसार, भाजपा के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा के ज़िले के गोविंदगढ़ में चिरंजीलाल सैनी के परिवार से मिलने के बाद वायरल हुए वीडियो के आधार पर यह केस दर्ज किया गया है. सैनी को कथित तौर पर मेव मुस्लिम समुदाय लोगों ने ट्रैक्टर चोरी के शक में पीटा था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी.
महाराष्ट्र के अमरावती के रहने वाले नज़ीर अहमद अपने दो साथियों के साथ मध्य प्रदेश के होशंगाबाद ज़िले से कथित तौर पर ट्रक में 28 गाय ले जा रहे थे, जब रास्ते में उन पर गोरक्षकों के एक दल ने हमला किया. सिर में चोट लगने से नज़ीर की मौत हो गई. हमले में घायल उनके साथियों का कहना है कि वे अमरावती के पशु मेले में बेचने के लिए गाय ले जा रहे थे.
झारखंड की राजधानी रांची के पास तुपुदाना इलाके में पुलिस सब-इंस्पेक्टर संध्या टोपनो वाहनों की जांच कर रही थीं, तभी तेज़ी से आ रहे मवेशियों से भरे वाहन से उन्हें टक्कर मार दी और चालक गाड़ी लेकर फ़रार हो गया. बीते 19 जुलाई को हरियाणा के नूंह में अवैध खनन की जांच में लगे एक पुलिस उपाधीक्षक सुरेंद्र सिंह को भी ट्रक चालक ने कुचलकर मार डाला था.
एक अप्रैल, 2017 को पहलू ख़ान, उनके दो बेटे और दो अन्य लोग जयपुर में लगे पशु मेले से लौट रहे थे, तब अलवर के बहरोड़ में कथित गोरक्षकों ने उन्हें रोका और बुरी तरह से पिटाई की. हमले में बुरी तरह से घायल पहलू ख़ान की मौत हो गई थी. अगस्त 2019 में अलवर की निचली अदालत ने मामले के छह आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया था.