दारुल उलूम देवबंद का निर्देश, गणतंत्र दिवस पर यात्रा करने से बचें मदरसे के छात्र

दारुल उलूम के प्रभारी ने बताया, ‘दो साल पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर पुलिस ने मदरसे के छात्रों को हिरासत में लिया था और मीडिया ने उन्हें आतंकी बता दिया था. हालांकि अगले ही दिन उन्हें छोड़ दिया गया, लेकिन मीडिया ने नहीं बताया कि उसने ग़लत जानकारी चला दी थी. दारुल उलूम नहीं चाहता कि ऐसी कोई घटना दोबारा हो.’

क्या गाय के नाम पर मुस्लिमों के साथ हिंसा मोदी राज की देन है?

गोरक्षा के नाम पर देश भर में मुस्लिमों के साथ हिंसा की घटनाएं नई नहीं हैं. हाल के समय में बढ़ी लिंचिंग की घटनाओं और उनकी रिपोर्टिंग के पीछे ज़रूरी तौर पर भारतीय समाज में आया कोई बुनियादी बदलाव नहीं, बल्कि कुछ हद तक इसके लिए इंटरनेट के विस्तार की भूमिका है.

‘देवबंद को सिर्फ इस्लामिक स्कूल के नाम से क्यों पहचाना जाना चाहिए?’

भाजपा विधायक बृजेश सिंह का दावा है कि महाभारत काल में देवबंद का नाम देववृंद था और यह देवों की भूमि है. उनके अनुसार महाभारत काल में पांडव देश-निकाला के समय यहीं रुके थे.