राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सफदरजंग अस्पताल और एम्स के बाहर देश के कोने-कोने से आए ऐसे सैकड़ों लोग असहाय स्थिति में फंसे हुए हैं और कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के कम होने का इंतजार कर रहे हैं. ये कैंसर, किडनी तथा हृदय संबंधी रोगों एवं ऐसी अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आए थे.
कोरोना वायरस पर व्हाइट हाउस में अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘उन्हें बड़े फायदे मिलते हैं क्योंकि वे विकासशील देश हैं. भारत एक विकासशील देश है. अमेरिका बड़ा विकसित देश है. हालांकि हमें भी कई विकास कार्य करने हैं.’
कुछ समय पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कहा किया था कि स्वस्थ्य लोगों को मास्क लगाने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा था कि लोगों को तब तक मास्क पहनने की जरूरत नहीं है, जब तक वो बीमार न हों या किसी बीमार की देखभाल न कर रहे हों.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया कि डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस महामारी को लेकर अमेरिका को सही सलाह नहीं दी. इस पर डब्ल्यूएचओ ने कहा कि इस स्थिति का राजनीतिकरण न किया जाए और नेताओं को कोविड-19 से प्रभावित लोगों को बचाने पर ध्यान देना चाहिए.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद मोदी से ‘हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन’ दवाई की खेप अमेरिका भेजने की अनुमति देने के लिए कहा था. भारत द्वारा इसकी बढ़ती मांग के चलते निर्यात पर रोक थी. सोमवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अगर भारत ने ये दवा नहीं दी, तो यक़ीनन उन्हें इसके नतीजे भुगतने होंगे.
गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि इस राशि का इस्तेमाल पृथकवास सुविधाएं बनाने, नमूने एकत्रित करने, स्क्रीनिंग करने, स्वास्थ्य, निगम, पुलिस तथा दमकलकर्मियों के लिए निजी सुरक्षा उपकरण, थर्मल स्कैनर, वेंटिलेटर आदि ख़रीदने में किया जाएगा.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 1,100,283 हो गई है और अब तक 58,928 लोगों ने इस महामारी के चलते दम तोड़ दिया है.
वीडियो: बीते जनवरी में चीन के वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के लिए टीके के विकास का प्रसार करने के लिए दुनिया भर के वैज्ञानिकों को इसका एक जेनेटिक कोड जारी किया. समाचार वेबसाइट डीडब्ल्यू ने हांगकांग, बेल्जियम और जर्मनी के वैज्ञानिकों से बात की, ताकि वे ये समझ सकें कि वे टीका विकसित करने की अपनी यात्रा में कहां तक पहुंचे हैं.
यूरोप में कोरोना वायरस के तकरीबन 508,271 मामले दर्ज किए गए हैं और 34 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. भारत में मरने वालों की संख्या 56 हुई. संक्रमित लोगों की संख्या दो हज़ार के पार पहुंची.
इन दिनों कहा जा रहा है- हाथ धोएं, घरों तक सीमित रहें, सामाजिक दूरी बनाए रखें. यह सारे कदम ज़रूरी हैं, मगर सरकार की अपनी ज़िम्मेदारी का क्या? मिसाल के तौर पर अगर स्वास्थ्य प्रणाली मज़बूत नहीं रखी तो फिर तमाम ध्यान रखने के बावजूद जिन्हें संक्रमण हो जाएं उनके बड़े हिस्से के लिए मरने के अलावा कोई चारा नहीं है.
अस्पताल प्रशासन ने कहा है डॉक्टरों एवं नर्सों का इस्तीफ़ा स्वीकार नहीं किया जाएगा और उनके ख़िलाफ़ उचित कार्रवाई की जाएगी.
कोरोना वायरस से संक्रमित उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के 25 साल के युवक की सोमवार को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में मौत हो गई थी. वहीं, 72 वर्षीय एक व्यक्ति की बुधवार को मेरठ मेडिकल कालेज में मौत हो गई.
एंबुलेंस कर्मचारी संघ का आरोप है कि उन्हें कोरोना वायरस महामारी के दौरान सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं. इसके साथ ही उन्हें जनवरी से वेतन भी नहीं मिला है.
बीते 28 मार्च को स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन सरकारी कंपनी एचएलएल लाइफकेयर ने दक्षिण पश्चिम रेलवे के मुख्य मेडिकल निदेशक को भेजे एक ईमेल में कहा कि लॉकडाउन के चलते सुरक्षा उपकरण पहुंचने में 25 से 30 दिन का समय लग सकता है.
कोरोना वायरस से दुनियाभर में संक्रमित लोगों की संख्या सात लाख का आंकड़ा पार कर गई है और 33,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.