अगर लोक ही नहीं चाहता कि लोकतंत्र बचे और सशक्त हो, तो उसे कौन बचा सकता है?

कभी-कभार | अशोक वाजपेयी: यह बेहद चिंता की बात है कि ज़्यादातर लोग लोकतंत्र में सत्तारूढ़ शक्तियों द्वारा हर दिन की जा रही कटौतियों या ज़्यादतियों को लेकर उद्वेलित नहीं हैं और उन्हें नहीं लगता कि लोकतंत्र दांव पर है. स्थिति यह है कि लगता है कि लोक ही लोकतंत्र को पूरी तरह से तंत्र के हवाले कर रहा है.

जम्मू कश्मीर: भाजपा नेता ने उपेक्षा का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफ़ा दिया

भाजपा की जम्मू कश्मीर इकाई के प्रचार सचिव अरुण के. छिब्बर ने दल की प्राथमिक सदस्यता छोड़ते हुए कहा कि पार्टी बढ़ रही है, लेकिन इसके लिए खून-पसीना बहाने वाले पुराने लोगों की उपेक्षा की जा रही है, उन्हें अपमानित किया जा रहा है.

भारत सरकार के कुछ कदम लोकतांत्रिक मूल्यों के परस्पर विरोधी: शीर्ष अमेरिकी अधिकारी

दक्षिण और मध्य एशिया के लिए अमेरिका के कार्यवाहक सहायक विदेश मंत्री डीन थॉम्पसन ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बढ़ते प्रतिबंध और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और पत्रकारों की नज़रबंदी पर चिंता जताई है.