वीडियो: उत्तर प्रदेश के अंडा उत्पादकों का कहना है कि इस समय वे अंडे की खरीद दरें कम होने के कारण नुकसान झेल रहे है. नेशनल एग कोऑर्डिनेशन कमेटी की सहयोगी संस्था अंडे को कम दरों में ख़रीदकर कोल्ड स्टोरेज में रखती है और बढ़े दाम पर बाज़ार में बेचती है जबकि छोटे अंडा उत्पादकों के पास ऐसी कोई सुविधा या संसाधन नहीं हैं.
बीते एक साल से ज़्यादा समय से मुश्किल में चल रहे पूर्वांचल के अंडा उत्पादकों और मुर्गी पालकों के लिए कोरोना के मद्देनज़र हुआ लॉकडाउन संकट बनकर उभरा है. कोरोना संक्रमण के डर से जहां मुर्गों की मांग घटी, वहीं लॉकडाउन के चलते अंडा उत्पादकों को ख़रीददार नहीं मिल रहे हैं.