श्री मुंबई जैन संघ संगठन और भारतीय जनता पार्टी के आध्यात्मिक सेल के सदस्यों ने कथित तौर पर मिड-डे मील में अंडे परोसे जाने का विरोध किया था. जैन संघ के ट्रस्टियों द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को एक ज्ञापन दिए जाने के बाद राज्य सरकार ने बीते 24 जनवरी को इस संबंध में एक नया प्रस्ताव जारी किया है.
झारखंड के पश्चिम सिंहभूम ज़िले में खाद्य सुरक्षा जन अधिकार मंच की ओर से मध्याह्न भोजन के लिए लागू केंद्रीकृत किचन व्यवस्था पर एक सर्वे किया गया है. सर्वे में कहा गया है कि स्कूल में पहले रसोइये द्वारा तैयार भोजन केंद्रीकृत किचन से मिल रहे भोजन से बेहतर था. वर्तमान व्यवस्था के तहत मिल रहे भोजन की गुणवत्ता और स्वाद अच्छा नहीं होता.
वीडियो: अगस्त, 2021 में मथुरा ज़िले के बाइस वॉर्डों, में अंडे, मांसाहारी उत्पाद और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. इस कारोबार से जुड़े मुस्लिम समुदाय के लोगों का दावा है कि यहां मांस बेचने की परंपरा ब्रिटिश शासन काल से रही है. हालांकि पिछले दो वर्षों के प्रतिबंधों के कारण व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो गया है और इस पर निर्भर लोग बेरोज़गार हो गए हैं.
वीडियो: उत्तर प्रदेश के अंडा उत्पादकों का कहना है कि इस समय वे अंडे की खरीद दरें कम होने के कारण नुकसान झेल रहे है. नेशनल एग कोऑर्डिनेशन कमेटी की सहयोगी संस्था अंडे को कम दरों में ख़रीदकर कोल्ड स्टोरेज में रखती है और बढ़े दाम पर बाज़ार में बेचती है जबकि छोटे अंडा उत्पादकों के पास ऐसी कोई सुविधा या संसाधन नहीं हैं.
कर्नाटक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विशेषज्ञों की एक समिति द्वारा दिए गए पोजीशन पेपर में कहा गया है कि मिड-डे मील में अंडे और मांस के नियमित सेवन से स्कूली बच्चों में जीवनशैली संबंधी विकार पैदा हो सकते हैं. एक समिति के प्रस्ताव में पाइथागोरस प्रमेय को 'फ़र्ज़ी' बताते हुए कहा गया है कि न्यूटन के सिर पर सेब गिरने की 'अप्रमाणिक' बात प्रोपगैंडा है.
मध्य प्रदेश सरकार ने कुपोषण से निपटने के लिए पोषण आहार कार्यक्रम में बच्चों को अंडे उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू की है, लेकिन भाजपा ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है. भाजपा के एक नेता ने तो ये तक कह दिया कि इस परंपरा से बच्चों को एक दिन नरभक्षी बना दिया जाएगा.
भारत की मिथकीय कल्पना एक शाकाहारी समाज के तौर पर की जाती रही है, लेकिन किसी भी सामाजिक समूह के खान-पान या आहार की आदतों से जुड़ा कोई दावा पूरी तरह सही नहीं हो सकता.