सेबी ने आरोप लगाया है कि ज़ी समूह की सूचीबद्ध कंपनियों से ग़ैर-सूचीबद्ध कंपनियों में धन की हेराफेरी की गई जो अंततः सूचीबद्ध कंपनियों के पास ही पहुंच गया. इसके साथ ही सेबी ने सुभाष चंद्रा और उनके बेटे पुनीत गोयनका को कंपनी में किसी भी निदेशक या प्रमुख प्रबंधकीय पद पर रहने से प्रतिबंधित कर दिया है.