द गार्जियन ने अपनी एक रिपोर्ट में ये दावा किया है कि फेसबुक ने कथित तौर पर फ़र्ज़ी एकाउंट के ज़रिये भाजपा सांसद की लोकप्रियता को बढ़ने दिया, जबकि महीनों पहले इसके बारे में एक कर्मचारी ने कंपनी को अवगत करा दिया गया था.
मामला उत्तर प्रदेश के गोरखपुर का है. पुलिस के अनुसार, गोरखपुर विश्वविद्यालय में एलएलबी प्रथम वर्ष के छात्र ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के चेहरे से छेड़छाड़ की थी और इसे आपत्तिजनक बना दिया था.
पद्मश्री से सम्मानित द शिलॉन्ग टाइम्स की संपादक मुखीम पर एक फेसबुक पोस्ट के लिए मामला दर्ज किया गया था. बीते 18 नवंबर को मुखीम ने इस मामले पर एडिटर्स गिल्ड की चुप्पी का हवाला देते हुए विरोध स्वरूप इस संगठन की सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया था.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर द्वेषपूर्ण सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए फेसबुक द्वारा कथित तौर पर कोई कदम न उठाए जाने की शिकायतों के बाद दिल्ली विधानसभा की शांति और सद्भाव समिति ने फेसबुक इंडिया के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजीत मोहन को 15 सितंबर को समिति के सामने पेश होने को कहा है.
मामला गुजरात के मोरबी जिले का है. जिले के प्राथमिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय ने सोमवार की शाम एक आदेश जारी कर सहायक शिक्षक जिग्नेश वधेर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और उन्हें पास के वांकानेर तालुका में स्थानांतरित कर दिया गया.
इस संबंध में इलाहाबाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है. एफआईआर में कहा गया है कि आरोपी युवक ने अपनी फेसबुक पोस्ट के जरिये देश में शांति बाधित करने और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अपमान करने की कोशिश की है.
हिंदू महासभा के नेता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर और उनके पति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई हैं.
छात्रा का कहना है कि उन्होंने यह पोस्ट जून 2017 में लिखी थी और उसे तुरंत डिलीट भी कर दिया था. इस संबंध में असम पुलिस ने मामला दर्ज किया है.
यह मामला उत्तराखंड के उत्तरकाशी का है. आरोप है कि पेशे से किसान एक युवक ने प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित कर 13 जुलाई को फेसबुक पर एक पोस्ट की थी. इस पोस्ट में उन्होंने मुख्यमंत्री रावत की शिकायत करते हुए उनके ख़िलाफ़ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था.
गिरफ़्तार किए गए युवक पर आरोप है कि उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में दावा किया था कि मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब का निजी जीवन ठीक नहीं चल रहा है और उनकी पत्नी ने तलाक़ लेने के लिए अदालत में याचिका दायर की है.
पुलिस ने बताया कि आरोपी युवक पर आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया और उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
पुलिस ने दलित दंपति पर हमला करने को लेकर 11 लोगों के ख़िलाफ़ नामज़द एफआईआर दर्ज की है. इसके अलावा दलित युवक के ख़िलाफ़ विभिन्न समुदायों के बीच दुश्मनी बढ़ाने के लिए भी मामला दर्ज किया है.
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता मलयाली निर्देशक प्रियनंदन ने फेसबुक पर केरल स्थित सबरीमला मंदिर को लेकर एक फेसबुक पोस्ट लिखी थी. विवाद के बाद उन्होंने यह पोस्ट हटा दिया था.
इन लोगों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस के लिए सोशल मीडिया पर अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने का आरोप है.
ममता न तो अल्पसंख्यक तुष्टीकरण के आरोपों-अफवाहों पर लगाम कस पा रही हैं और न ही बहुसंख्यक उग्रता पर. आखिर सांप्रदायिकता को रोकने में बहुसंख्यक वोटों की सरकारों की तरह अल्पसंख्यक वोटों की सरकारें भी क्यों लाचार नज़र आती हैं?