सिंघू, टिकरी और ग़ाज़ीपुर सीमाएं भारतीय जनतंत्र की यात्रा के मील के पत्थर हैं

किसान आंदोलन इसका जीवित प्रमाण है कि यदि लक्ष्य की स्पष्टता हो तो विचार भिन्नता के बावजूद संयुक्त संघर्ष किया जा सकता है. संयुक्त किसान मोर्चा ने एक लंबे अरसे बाद संयुक्त संघर्ष की नीति को व्यावहारिकता में साबित करके दिखाया है.

कृषि क़ानून निरस्त होने पर लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों ने कहा- आधी लड़ाई जीते, इंसाफ़ बाक़ी

लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के दौरान जान गंवाने वाले किसानों और पत्रकार रमन कश्यप के परिवार ने कृषि क़ानून निरस्त हो जाने के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्ख़ास्त करने की मांग की है.

कृषि क़ानून पर बनी सुप्रीम कोर्ट की समिति के सदस्य ने कहा- मोदी सिर्फ चुनाव जीतना चाहते हैं

शेतकारी संगठन के अध्यक्ष और विवादित कृषि क़ानूनों पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति के एक सदस्य अनिल जे. घानवत ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उठाया गया सबसे प्रतिगामी क़दम है, क्योंकि उन्होंने किसानों की बेहतरी के बजाय राजनीति को चुना. समिति सदस्यों ने यह भी कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट उनके द्वारा मार्च में सौंपी गई रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं करता है तो वे कर देंगे.

चित्रकथा: ऐतिहासिक किसान आंदोलन की चुनिंदा तस्वीरें, जिन्होंने सरकार को पीछे हटने पर मजबूर किया

मोदी सरकार इतनी आसानी से किसानों के आगे नहीं झुकी है. किसानों द्वारा एक साल से देश के विभिन्न हिस्सों में कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ किए गए लगातार विरोध प्रदर्शनों के बाद आख़िरकार सरकार को इन्हें वापस लेने का निर्णय लेना ही पड़ा.

आगामी चुनावों के मद्देनज़र वापस लिए गए कृषि क़ानून: समाजवादी पार्टी

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि क़ानून वापस लिए जाने के निर्णय को वोट के लिए लिया गया फ़ैसला बताया और कहा कि सैकड़ों किसानों की मौत के आगे झूठ की माफ़ी नहीं चलेगी.

कृषि क़ानून वापस लिए जाने को विपक्ष ने ‘सरकार का अहंकार टूटना’ बताया, कहा- किसानों की जीत

तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लिए जाने का विभिन्न किसान नेताओं और राजनीतिक नेताओं ने स्वागत किया है. भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि संसद में क़ानून को निरस्त होने के बाद ही वे आंदोलन वापस लेंगे. वहीं, कांग्रेस ने भाजपा पर हमला करते हुए पूछा कि क़ानूनों के चलते सैकड़ों लोगों की जान जाने की ज़िम्मेदारी कौन लेगा.

दिल्ली में नेता कुत्ते की मौत पर भी दुखी होते हैं, लेकिन किसानों की मौत की परवाह नहीं: मलिक

मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजना की भी आलोचना यह कहते हुए कि एक नए संसद भवन के बजाय एक विश्व स्तरीय कॉलेज बनाना बेहतर होगा. उन्होंने यह भी कहा कि वे किसानों के आंदोलन का समर्थन करने के लिए अपने पद से हटने को तैयार हैं.

किसानों को प्रदर्शन का अधिकार, पर अनिश्चितकाल के लिए सड़क ब्लॉक नहीं कर सकते: कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि तीनों कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ चुनौती लंबित है, फिर भी न्यायालय विरोध के अधिकार के विरुद्ध नहीं है लेकिन अंततः कोई समाधान निकालना होगा. इस पर किसान संगठनों की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील दुष्यंत दवे ने कहा कि रोड को किसानों द्वारा नहीं, बल्कि पुलिस द्वारा ब्लॉक किया गया है.

यदि किसानों की मांगें स्वीकार नहीं की जाती हैं, तो भाजपा सत्ता में नहीं आएगी: सत्यपाल मलिक

मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सरकार से अपील की है कि वह प्रदर्शनकारी किसानों की मांगें मान ले. उन्होंने जम्मू कश्मीर में आतंकियों द्वारा मारे गए नागरिकों को लेकर चिंता ज़ाहिर करते हुए यह भी कहा कि जब वे कश्मीर के गवर्नर थे तो आतंकी श्रीनगर के 50 किलोमीटर के दायरे में घुसने की हिम्मत नहीं करते थे.

लखीमपुर: अमित शाह के घर के पास प्रदर्शन कर रहीं कार्यकर्ताओं ने कहा, निजी अंगों पर हमला हुआ

अखिल भारतीय छात्र संघ की दो महिला छात्र कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि जब वे लखीमपुर हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास के पास विरोध प्रदर्शन कर रही थीं, तो महिला पुलिसकर्मियों में उन्हें हिरासत में लेने के दौरान उनके कपड़े फाड़े, बर्बर तरीके से पीटा और यहां तक उनके निजी अंगों पर हमला किया.

हम किसी को फार्च्यूनर से कुचलने नहीं आए हैं: उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष

उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का यह बयान ऐसे वक़्त आया है, जब लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस, सपा और बसपा समेत कई दल सत्तारूढ़ भाजपा के ख़िलाफ़ आक्रामक हैं और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को बर्ख़ास्त करने की मांग के साथ जनता से विधानसभा चुनाव में सरकार को सत्ता से बाहर करने का आह्वान कर रहे हैं.

वरुण गांधी ने लखीमपुर की घटना को ‘हिंदू बनाम सिख’ बनाने की कोशिश का लगाया आरोप

भाजपा के सांसद वरुण गांधी ने कहा कि लखीमपुर खीरी में न्याय के लिए संघर्ष ग़रीब किसानों की निर्दयी हत्या को लेकर है और इसका किसी धर्म विशेष से कोई लेना-देना नहीं है. बीते कुछ दिनों से वरुण गांधी किसानों के मुद्दे पर लगातार अपनी राय रख रहे हैं. लखीमपुर खीरी में बीते तीन अक्टूबर को हुई हिंसा को लेकर उन्होंने दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग भी की थी.

लखीमपुर हिंसा: 12 घंटे की पूछताछ के बाद केंद्रीय मंत्री का बेटा गिरफ़्तार, जेल भेजा गया

लखीमपुर हिंसा मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी का नेतृत्व कर रहे डीजीपी उपेंद्र अग्रवाल ने कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पुलिस के सवालों का उचित जवाब नहीं दे रहे थे, इसलिए उन्हें गिरफ़्तार किया गया है. आशीष मिश्रा पर आरोप लगा कि वह उन वाहनों में से एक में सवार थे, जिसने बीते तीन अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहे चार किसानों को कुचल दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी.

लखीमपुर खीरी हिंसा: एक मृतक की मां ने कहा- दोषियों को फ़ांसी दी जाए

वीडियो: बीते तीन अक्टूबर को उत्तर प्रदेश लखीमपुर खीरी ज़िले में हुई हिंसा के दौरान 19 वर्षीय लवप्रीत सिंह की भी जान चली गई थी. उनके परिवार का आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की कार से कुचलकर उनकी मौत हुई. परिवार दोषियों को फांसी देने की मांग कर रहा है. याक़ूत अली और मुकुल सिंह चौहान की रिपोर्ट.

लखीमपुर खीरी: कितनी हिंसा झेल पाएगा किसान आंदोलन

वीडियो: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से सांसद और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी के विरोध में बीते तीन अक्टूबर को वहां के आंदोलित किसानों ने ज़िले में स्थित उनके पैतृक गांव बनबीरपुर में आयोजित एक समारोह में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के जाने का विरोध किया था. आरोप है कि केंद्रीय मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा ने किसानों को अपनी गाड़ी से कुचल दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी. इस मुद्दे पर किसान नेता

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