असम के बरपेटा, दक्षिण सालमारा और नलबाड़ी ज़िले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं. तक़रीबन 27,500 लोग 12 ज़िलों के 273 राहत शिविरों में रह रहे हैं.
असम में बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित ज़िला धेमाजी है और इसके बाद तिनसुकिया, नलबाड़ी ज़िला भी बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. धेमाजी ज़िले 259 गांवों के 99,116 लोग प्रभावित हैं.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया है कि बाढ़ से सबसे ज़्यादा प्रभावित धेमाजी ज़िला है. यहां तक़रीबन 91,000 लोग प्रभावित हुए हैं.
बिहार में इस साल 161 लोगों की मौत बाढ़ और बारिश से हो मौत हो चुकी है. बीते 27 से 30 सितंबर की बारिश के बाद राज्य में मरने वालों की संख्या 73 हुई. राजधानी पटना के कंकड़बाग, राजेंद्रनगर और पाटलिपुत्र में बैंक, दुकानें, निजी अस्पताल और कोचिंग संस्थान एक हफ्ते से बंद हैं.
भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि देश में 1994 के बाद इस मानसून में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई. केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बिहार में बाढ़ के लिए हथिया नक्षत्र को ज़िम्मेदार ठहराया.
विशेष रिपोर्ट: बिहार की राजधानी पटना स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के उप निदेशक ने बताया कि 26 सितंबर से ही हम लोग वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के ज़रिये राज्य की एजेंसियों को बता रहे थे कि भीषण बारिश होगी. हमने राज्य सरकार को भी इसकी सूचना भेजी थी.
उत्तर प्रदेश की बलिया ज़िला जेल में क़ैदियों के सोने की जगह पर एक फुट पानी भर गया है. शौचालय और सीवर ओवरफ्लो हो रहा है. उत्तर प्रदेश में पिछले कई दिनों से बारिश जारी है. बारिश के कारण बलिया के हालात ख़राब हैं.
उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में मूसलाधार बारिश जारी है, जहां गुरुवार से अब तक कम से कम 93 लोगों की मौत हो चुकी है. बिहार में अब तक कम से कम 29 लोगों की मौत हो गई है, जबकि लगातार बारिश ने सामान्य जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है.
सरदार सरोवर बांध से सात लाख क्यूसेक पानी छोड़ने की वजह से नर्मदा का जलस्तर 31 फुट से ऊपर पहुंच चुका है, जो ख़तरे के निशान से तीन फुट ज़्यादा है.
भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में कम से कम 22 लोगों के लापता होने की खबर है. वहीं यमुना एवं उसकी अन्य सहायक नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है.
केरल के एर्नाकुलम, इडुक्की और अलाप्पुझा में मंगलवार और उत्तरी जिलों मलप्पुरम और कोझिकोड में बुधवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया. राज्य के 1,332 राहत शिविरों में 2.52 लाख से अधिक लोगों ने शरण ली है.
केरल के 73 हजार परिवारों के करीब ढाई लाख लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है. मलप्पुरम में मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है, जो राज्य में सबसे अधिक है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि बाढ़ को देखते हुए अगले दो दिन के लिए वे केरल दौरे पर जाएंगे. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कर्नाटक में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे.
कर्नाटक में नौ लोगों की मौत. महाराष्ट्र में दो लाख से अधिक, कर्नाटक में 80 हज़ार से ज़्यादा और मध्य प्रदेश में नर्मदा बांध के डूब क्षेत्र से तकरीबन 1,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. बारिश के कारण केरल के कोच्चि हवाई अड्डे पर रविवार तक के लिए विमान परिचालन बंद किया गया.
पश्चिमी महाराष्ट्र में खास तौर पर कोल्हापुर और सांगली जिलों में बाढ़ की स्थिति भयावह होने के बाद 1.32 लाख से ज़्यादा लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है. कर्नाटक में बाढ़ में फंसे 43,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.