23 अक्टूबर, 1940 को ब्राज़ील के एक छोटे से क़स्बे में जन्मे पेले ने अपने पिता से इस खेल की बारिकियां सीखी थीं. उनके पिता भी एक फुटबॉल खिलाड़ी थे, जिनका करिअर घुटने की चोट के कारण पटरी से उतर गया था. 1,281 गोल करने का विश्व रिकॉर्ड बनाने के अलावा पेले तीन बार विश्व कप जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी भी थे.
डिएगो मैराडोना को प्रसिद्धि तब मिली, जब उन्होंने 1986 विश्व कप में अपने देश अर्जेंटीना की कप्तानी की और जीत दिलाई. इसी विश्व कप में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ क्वार्टर फाइनल में ‘हैंड ऑफ गॉड’ नाम से मशहूर हुए गोल से वह फुटबॉल की किवदंतियों में शुमार हो गए थे.
1962 के एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता रहे पीके बनर्जी भारतीय फुटबॉल के स्वर्णिम दौर के साक्षी रहे थे. उन्होंने भारत के लिए 84 मैच खेलकर 65 गोल किए. पीके बनर्जी अर्जुन पुरस्कार पाने वाले शुरुआती लोगों में से एक थे. साल 1990 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.