स्मृति शेष: बीते 10 फरवरी को पाकिस्तान के प्रतिष्ठित शायर, नाटककार, अनुवादक अमजद इस्लाम अमजद का देहांत हो गया. मुशायरे की भाषा में कहें तो वे ‘भीड़ खींचने वाले’ शायर थे. उनकी अभूतपूर्व शोहरत मोहब्बत की थीम को शानदार तरीके से बरतने के उनके हुनर पर आधारित थी.
चार बार के एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मिल्खा सिंह ने 1958 राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण हासिल किया था. उन्हें 1959 में पद्मश्री से नवाज़ा गया था. वह पिछले एक महीने से कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रहे थे. बीते 13 जून को उनकी 85 वर्षीय पत्नी निर्मल कौर भी मोहाली के एक निजी अस्पताल में कोरोना वायरस से अपनी लड़ाई हार गई थीं.