'फाइव आइज़' एक इंटेलिजेंस नेटवर्क है जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूज़ीलैंड शामिल हैं. कनाडा में अमेरिका के राजदूत डेविड कोहेन ने कहा है कि नेटवर्क साझेदारों के बीच साझा ख़ुफ़िया जानकारी ने ही प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को भारत सरकार के ख़िलाफ़ आरोप लगाने के लिए प्रेरित किया था.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार से एक बार फिर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की आधिकारिक जांच में सहयोग करने का आह्वान किया है. निज्जर को कनाडा अपने देश का नागरिक बता रहा है, जबकि भारत में वह खालिस्तान समर्थक के तौर पर वांछित थे. ट्रूडो ने कहा कि उनकी सुरक्षा एजेंसियों के पास यह मानने के ‘विश्वसनीय’ कारण हैं कि भारत सरकार के एजेंट इस हत्या में शामिल थे.
इस साल मार्च और जुलाई महीने में अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास पर खालिस्तान समर्थकों द्वारा हमला किया गया था. कनाडा द्वारा खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगाने के बीच एनआईए ने 10 खालिस्तान समर्थकों की तस्वीरें जारी कर इनके बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मांगी है, जिससे उनकी गिरफ़्तारी की जा सके.
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने निजी टेलीविजन चैनलों को एक एडवाइज़री जारी करते हुए कहा है कि वे ऐसे व्यक्तियों का इंटरव्यू लेने से परहेज़ करें, जिनके ख़िलाफ़ गंभीर अपराध या आतंकवाद के आरोप हैं. एडवाइज़री में मंत्रालय ने किसी व्यक्ति या संगठन का ज़िक्र नहीं किया है.
ह्वाइट हाउस ने उस मीडिया रिपोर्ट का भी खंडन किया है, जिसमें दावा किया गया था कि अमेरिका ने इस मुद्दे पर कनाडा के उस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था, जिसमें उसने अपने सहयोगियों से संयुक्त बयान जारी करने का आग्रह किया था. भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जांच में ‘पारंपरिक मित्र और साझेदार सहयोग करेंगे’ और ज़िम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराएंगे.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा भारत सरकार पर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोप से पनपे तनाव के बीच कनाडा ने सोशल मीडिया पर मिली धमकियों के बाद अपने राजनयिक और दूतावासों के लिए विएना संधि का हवाला देते हुए भारत से अधिक सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है.
बताया जा रहा है कि टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म ‘बुक माई शो’ द्वारा यह क़दम गायक शुभ द्वारा सोशल मीडिया पर भारत के नक़्शे की एक विकृत छवि साझा करने और कई लोगों की आलोचना के बाद उठाया गया है. इससे पहले मोबाइल एक्सेसरीज़ ब्रांड ‘बोट’ उनके भारत दौरे की स्पॉन्सरशिप से पीछे हट गया था.
वीडियो: कनाडा के खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने के दावे, इसके वैश्विक प्रभाव और खालिस्तानी आंदोलन पर द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन के साथ चर्चा कर रही हैं द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.
कनाडा के खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने के दावे पर अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया ने चिंता ज़ाहिर की है. तीनों देशों में बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय रहते हैं और तीनों ही कनाडा के साथ 'फाइव आइज़' इंटेलिजेंस अलायंस में शामिल हैं.
कनाडा द्वारा खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार की संलिप्तता के दावों पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने कहा है कि भारतीय राजनयिक पर आरोप लगाए जाने के बाद उन्हें कनाडा सरकार द्वारा निष्कासित करना कई सवाल खड़े करता है.
जून 2023 में ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके संबंध में अब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडाई संसद में दावा किया है कि इसके पीछे भारत सरकार के खुफिया एजेंटों का हाथ था.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार के शामिल होने का आरोप लगाया है. ट्रूडो ने कहा कि हम मामले का भड़काने या बात बढ़ाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं. हम तथ्यों को वैसे ही सामने रख रहे हैं, जैसा हम उन्हें समझते हैं. भारत ने इन आरोपों को ख़ारिज किया है.
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जून 2023 में ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडाई संसद में ख़ुलासा किया है कि इसके पीछे भारत सरकार के खुफिया एजेंटों का हाथ था.
यह विरोध बीते 18 जून को कनाडा में खालिस्तान आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के विरोध में दुनिया के कई शहरों में आयोजित प्रदर्शनों की श्रृंखला का हिस्सा था. निज्जर आतंकवाद के मामले में भारत में वांछित था. बीते मार्च महीने में खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों ने उच्चायोग में लगे भारतीय ध्वज को नीचे गिरा दिया था.