उत्तरकाशी में रविवार को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच दक्षिणपंथी समूहों द्वारा आयोजित महापंचायत में शहर में दशकों पुरानी मस्जिद के ख़िलाफ़ जिले भर में विरोध प्रदर्शन की योजना की घोषणा की गई, साथ ही 'लैंड जिहाद' से निपटने के लिए 'बुलडोज़र' के इस्तेमाल की सलाह दी गई.
उत्तराखंड के चमोली ज़िले के खानसर क़स्बे में व्यापारियों के एक संगठन ने 15 मुस्लिम परिवारों को 31 दिसंबर तक शहर छोड़ने को कहा है. ऐसा न करने पर क़ानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
महाराष्ट्र में कोल्हापुर के कई शैक्षणिक संस्थानों में हाल ही में सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया है. पुलिस पर उन शिक्षकों के ख़िलाफ़ मामले दर्ज करने का दबाव है, जो दक्षिणपंथी हिंदुत्ववादी समूहों पर सवाल उठाते हैं. ऐसे कई संगठनों को इस क्षेत्र में मजबूत आधार मिल रहा है, जिससे मुस्लिम समुदाय पर हिंसक हमलों सहित क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा मिला है.
गुजरात में हाल ही में बच्चों को ईद के समारोह में भाग लेने के लिए कहने के बाद कई स्कूलों को माफ़ी मांगनी पड़ी है. कच्छ ज़िले के एक सामाजिक कार्यकर्ता का कहना है कि यह क्षेत्र में सांप्रदायिक अराजकता पैदा करने का प्रयास है.
उत्तरकाशी ज़िले के पुरोला में हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा मुस्लिम और उनकी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाए जाने के बाद कई मुस्लिम परिवार क़स्बे से जा चुके हैं. इनमें भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे से जुड़े नेता भी हैं. उनका मानना है कि अगर राज्य सरकार मुसलमानों की मदद की इच्छा रखती, तो ऐसा नहीं होता.
बस्तर संभाग के नारायणपुर ज़िले में कलेक्ट्रेट के बाहर सैकड़ों लोग डेरा डाले हुए हैं. उन्होंने कलेक्टर को सौंपे एक ज्ञापन में आरोप लगाया है कि आरएसएस और अन्य हिंदुत्ववादी संगठनों के उकसावे पर ईसाइयों के साथ हिंसा की जा रही है. उनकी मांग है कि दोषियों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज कार्रवाई की जाए.
दक्षिणपंथी संगठनों की धमकियों के बाद गुड़गांव में शो रद्द होने के बाद स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने विश्व हिंदू परिषद को एक पत्र लिखकर चुनौती दी कि वे गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की निंदा करे. साथ ही कामरा ने विहिप को उनके शो में हिंदू देवी-देवताओं का मज़ाक उड़ाने के दावे का सबूत देने को भी कहा.
शिवमोगा ज़िले में स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर एक समूह द्वारा एक चौराहे पर हिंदुत्व नेता वीडी सावरकर का फ्लेक्स लगाने पर दूसरे समूह ने आपत्ति जताई. ये समूह टीपू सुल्तान का फ्लेक्स लगाना चाहता था, जिसे लेकर दोनों गुटों में झड़प हुई. पुलिस ने बताया कि क्षेत्र में अतिरिक्त बल तैनात है और शहर में निषेधाज्ञा लगाई गई है.
दक्षिण कन्नड़ ज़िले में भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता प्रवीण नेत्तारू को 26 जुलाई की रात मोटरसाइकिल पर आए दो लोगों ने बेल्लारे में उनकी दुकान के सामने हत्या कर दी. विश्व हिंदू परिषद ने हत्या के विरोध में बुधवार को ज़िले में सुलिया, कदाबा और पुत्तुर तालुका में बंद का आह्वान किया है.
कर्नाटक के मांड्या ज़िले में स्थित श्रीरंगपट्टनम क़िले के अंदर जामिया मस्जिद में हिंदुत्ववादी समूहों ने 4 जून को पूजा करने की धमकी दी है, जिसके चलते क्षेत्र में 3 जून की शाम से 5 जून तक धारा 144 लगा दी गई है. हिंदुत्ववादी समूहों ने दावा किया है कि मस्जिद का निर्माण हनुमान मंदिर को ध्वस्त करने के बाद किया गया था.
घटना आगरा की है. धर्म जागरण समन्वय संघ नाम के समूह ने साजिद नाम के शख़्स पर एक हिंदू लड़की को अगवा करने का आरोप लगाते हुए उनके घर पर हमला किया. हालांकि बाद में सोशल मीडिया पर आए एक वीडियो में उक्त महिला ने अपनी मर्ज़ी से इस व्यक्ति से शादी करने की बात कहते हुए जान को ख़तरा बताया है.
कर्नाटक के धारवाड़ स्थित एक मंदिर में शनिवार को श्री राम सेना के कार्यकर्ताओं ने मुस्लिम फल विक्रेताओं के ठेलों में तोड़फोड़ करने के साथ-साथ उनमें लदे फलों को भी सड़क पर फेंककर नष्ट कर दिया था. इस पर स्थानीय भाजपा विधायक अरविंद बेल्लाड का कहना है कि हिंदू मंदिर में मुसलमानों का पहनावा देखकर हिंदू भक्त कैसा महसूस करते होंगे.
दक्षिणी और पूर्वी दिल्ली के महापौरों ने अपने-अपने नगर निगम के अधिकारक्षेत्र में मांस की दुकानों को नवरात्रि के दौरान बंद रखने का आह्वान किया था. हालांकि आधिकारिक आदेश न होने के बावजूद राष्ट्रीय राजधानी के इन क्षेत्रों में कई मीट दुकान मालिकों ने अधिकारियों द्वारा कार्रवाई के डर से अपनी दुकानें बंद रखीं.
कर्नाटक के शिवमोगा में ‘कोटे मरिकंबा जात्रा’ की आयोजन समिति ने भाजपा, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की मांग के दबाव में एक हिंदुत्ववादी गुट को दुकानें आवंटित करने का ठेका दिया है. इससे पहले दुकानें मुस्लिमों को बांटी गई थीं, लेकिन हिंदूवादी संगठनों ने इसके ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया था.
बेंगलुरु के केएसआर रेलवे स्टेशन पर कुलियों के विश्राम के लिए बने पर इस्तेमाल में न आने वाले कमरे में लंबे समय से मुस्लिम श्रमिकों द्वारा नमाज़ पढ़ी जा रही थी. अब हिंदू जनजागृति समिति ने इस पर आपत्ति जताए हुए इसे 'साज़िश का हिस्सा' बताया है.