भारतीय वायु सेना के उप-प्रमुख एयर मार्शल एपी सिंह का बयान ऐसे समय में सामने आया है जब केंद्र सरकार रक्षा क्षेत्र में 'मेक इन इंडिया' नीति पर जोर दे रही है. उन्होंने कहा कि वायुसेना के लगभग 65 से 70 प्रतिशत लड़ाकू विमान रूसी हैं और उनमें से अधिकांश को या तो तत्काल अपग्रेड करने की आवश्यकता है या वो कार्यमुक्ति की कगार पर हैं.