कश्मीर में बुरी तरह विफल रहा ‘तीसरा मोर्चा’, ‘प्रॉक्सी’ दलों को जनता ने नकारा

जम्मू-कश्मीर चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में निर्दलीय प्रत्याशियों के चलते तीसरे मोर्चे के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन परिणाम उलटे रहे और भाजपा के 'प्रॉक्सी' बताए जा रहे इनमें से कई उम्मीदवारों के लिए ज़मानत बचाना भी मुश्किल हो गया.

अगर जमात से प्रतिबंध हटा लिया जाए तो हम लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेंगे: जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर

दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादी हमले के दो सप्ताह बाद 28 फरवरी, 2019 को जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.