झारखंड विधानसभा चुनाव के इतिहास में आज तक कोई भी पार्टी दुबारा सरकार बनाने में कामयाब नहीं हो सकी थी, सत्ता विरोधी लहर हमेशा ही बिहार से अलग हुए इस राज्य के चुनाव परिणाम पर हावी रहा, लेकिन अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित 28 विधानसभा सीटों में से 27 जीत कर हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले ‘इंडिया’ गठबंधन ने इतिहास रच दिया है.
महाराष्ट्र में अपनी रैलियों में आदित्यनाथ ने ध्रुवीकरण वाला नारा दोहराते हुए कहा, ‘एक रहोगे तो नेक रहोगे, सुरक्षित रहोगे. बंटे थे तो कटे थे.'
भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणा पत्र जारी करते हुए बांग्लादेशी ‘घुसपैठियों’ के राज्य में आने का दावा किया. सितंबर में शाह की ऐसी टिप्पणियों के बाद बांग्लादेश ने भारत के समक्ष विरोध दर्ज कराया था.
झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रभारी व असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा पत्र के चुनावी भाषणों को ‘बेहद विभाजनकारी’ और ‘घृणास्पद’ क़रार देते हुए 'इंडिया' गठबंधन ने कहा है कि यदि चुनाव आयोग अगले 24 घंटों में कार्रवाई नहीं करता, तो वे अदालत का रुख़ करेंगे.
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान एक चरण में 20 नवंबर को होगा, जबकि झारखंड में दो चरण में 13 और 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. दोनों राज्यों के परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.