बलात्कार के मामले में दोषी क़रार दिए गए डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को पिछले नौ महीनों में तीसरी और चार साल में 15वीं बार अस्थायी रिहाई मिली है. पैरोल के दौरान उन्हें हरियाणा में प्रवेश करने या किसी भी चुनाव अभियान गतिविधियों में भाग लेने की अनुमति नहीं होगी.
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को इस साल दूसरी बार जेल से बाहर आने की अनुमति मिली है. उनकी रिहाई हरियाणा में इस अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले हुई है. बीते कुछ सालों में वह लगातार विभिन्न चुनावों के समय जेल से बाहर आते रहे हैं.
दो साध्वियों से बलात्कार के अपराध में 20 साल की सज़ा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को इस बार 21 दिन के लिए फर्लो (अस्थायी रिहाई) की मंज़ूरी दी गई है. इससे पहले जनवरी में राम रहीम को 40 दिन की पैरोल दी गई थी. पिछले साल अक्टूबर में भी उसे 40 दिन की पैरोल दी गई थी.
सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने बलात्कार के दोषी गुरमीत राम रहीम को पैरोल देने के 21 जनवरी के आदेश को चुनौती दी थी. हरियाणा सरकार ने अदालत में स्पष्ट किया है कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख खूंखार क़ैदी नहीं है और हत्या के दो अलग-अलग मामलों में उसकी सज़ा को सीरियल किलिंग नहीं कहा जा सकता.
अपनी दो शिष्यों के साथ बलात्कार के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद 20 साल की सज़ा काट रहे राम रहीम को अक्टूबर 2022 में भी 40 दिन की पैरोल दी गई थी. राम रहीम ने तब यूपी के बरनावा आश्रम में कई ऑनलाइन सत्संग आयोजित किए थे. इनमें से कुछ में हरियाणा के भाजपा नेता भी शामिल हुए थे.
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को पैरोल मिलने और सत्संग के इस ऑनलाइन कार्यक्रम की कड़ी आलोचना की जा रही है. हरियाणा में विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि ऐसा राज्य में अगले महीने के उप-चुनाव और पंचायत चुनावों को प्रभावित करने के लिए किया गया है.
यह क़दम हरियाणा के आदमपुर विधानसभा उपचुनाव से ठीक पहले उठाया गया है. आदमपुर में तीन नवंबर को उपचुनाव होने हैं. राज्य में पंचायत चुनाव भी जल्द होने वाले हैं. पहले चरण में 9 जिलों में पंचायत चुनाव कराए जा रहे हैं.
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम 2017 में बलात्कार के मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से रोहतक ज़िले की सुनरिया जेल में क़ैद है. रोहतक जेल के पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार से उसे एक महीने की पैरोल मिली है. इससे पहले फरवरी में भी डेरा प्रमुख को तीन सप्ताह की छुट्टी दी गई थी.
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को परिवार से मिलने के लिए 21 दिनों का फर्लो (एक प्रकार की छुट्टी) मिला है. अधिकारियों ने बताया कि उनकी जान को खालिस्तान समर्थक तत्वों से ख़तरा है. सिंह को 21 दिनों की छुट्टी पंजाब विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले मिली थी. पंजाब में इस पंथ के ख़ास तौर पर बठिंडा, संगरूर, पटियाला और मुक्तसर में बड़ी संख्या में अनुयायी हैं. हालांकि हरियाणा सरकार ने इस बात से इनकार किया था.
रोहतक ज़िले की सुनरिया जेल में क़ैद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को परिवार से मिलने के लिए फर्लो मिला है. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इसे पंजाब विधानसभा चुनाव से जोड़ा है, जहां राम-रहीम के ढेरों अनुयायी हैं. वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि फर्लो दोषी का क़ानूनी अधिकार है और इसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है.
साल 2002 में एक अज्ञात पत्र प्रसारित करने में संदिग्ध भूमिका के चलते पूर्व डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस महीने की शुरुआत में सीबीआई की एक विशेष अदालत ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को इस मामले में दोषी पाया था.
एक अज्ञात पत्र प्रसारित करने में संदिग्ध भूमिका के चलते पूर्व डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की 2002 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. सीबीआई की एक विशेष अदालत ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को इस मामले में दोषी पाया है. सज़ा का ऐलान 12 अक्टूबर को किया जाएगा.
बलात्कार और हत्या मामले में रोहतक जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 24 अक्टूबर को एक दिन की पैरोल दी गई थी. इसकी जानकारी सिर्फ़ मुख्यमंत्री और कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को ही थी, यहां तक कि सुरक्षाकर्मियों को भी नहीं पता था कि पुलिस के वाहन में वे किसे ले जा रहे हैं.
अगस्त 2017 में अपनी दो महिला अनुयायियों के साथ बलात्कार और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से गुरमीत राम रहीम हरियाणा की सुनारिया जेल में बंद है.
वर्ष 2002 में पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. रामचंद्र ने अपने अख़बार ‘पूरा सच’ में प्रकाशित एक लेख में सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया था.