मणिपुर: मोरेह शहर में हिंसा की रिपोर्ट के लिए एक सप्ताह के भीतर दूसरा संपादक गिरफ़्तार

मणिपुर की राजधानी इंफाल के एक दैनिक अख़बार के संपादक धनबीर माईबाम को मोरेह शहर में बिगड़ती क़ानून व्यवस्था पर एक लेख प्रकाशित करने के लिए समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है. इससे पहले 29 दिसंबर 2023 को स्थानीय भाषा के एक सांध्य दैनिक के प्रधान संपादक को गिरफ़्तार किया गया था.

झारखंड: सिल्कयारा सुरंग में फंसे श्रमिक के परिवार पर रिपोर्ट के बाद पत्रकार-यूट्यूबर पर केस

झारखंड के खूंटी ज़िले में पत्रकार सोनू अंसारी और यूट्यूबर गुंजन कुमार के ख़िलाफ़ कथित तौर पर सरकारी काम में बाधा डालने का केस दर्ज किया गया है. उन्होंने अपनी रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि उत्तराखंड के सिल्कयारा सुरंग ढहने के करीब दो सप्ताह बाद प्रशासन ने इसमें फंसे श्रमिक विजय होरो के ग़रीब परिवार को राशन उपलब्ध कराया था.

क़ानूनी प्रक्रिया के बग़ैर पुलिस किसी पत्रकार का फोन ज़ब्त नहीं कर सकती: केरल हाईकोर्ट

केरल हाईकोर्ट ने एक मलयाली दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया, जिसमें पुलिस को उनका फोन सौंपने का निर्देश देने की मांग की गई थी. अदालत ने कहा कि सीआरपीसी के प्रावधानों के उल्लंघन में पत्रकार का मोबाइल फोन पुलिस अधिकारियों द्वारा ज़ब्त नहीं किया जा सकता.

तेलंगाना: राजनीतिक वीडियो बनाने के कारण महिला पत्रकार को मौत की धमकी, ऑनलाइन ट्रोलिंग भी जारी

कुछ साल पहले अपना यूट्यूब चैनल शुरू करने के बाद से तेलंगाना की स्वतंत्र पत्रकार तुलसी चंदू को ऑनलाइन दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ रहा है. अपने वीडियो को लेकर उन्हें ‘हिंदू विरोधी’, ‘अर्बन नक्सल’ और ‘कम्युनिस्ट’ के रूप में ब्रांड किया जाता है. अब उन्हें जान से मारने की धमकी भी मिलने लगी है.

यूपी: भूमाफिया से धमकी मिलने की बात कहने के कुछ महीने बाद पत्रकार को कथित तौर पर गोली मारी गई

उत्तर प्रदेश की उन्नाव पुलिस ने बताया कि घटना बीते 24 जून की रात में हुई. पत्रकार को दाहिने कंधे में चोट आई थी. उन्हें कानपुर रिफर कर दिया गया था. पुलिस अधिकारियों ने इस बात पर संदेह जताया है कि पत्रकार को गोली मारी गई है. बीते मई महीने में पत्रकार के ख़िलाफ़ बलात्कार और धोखाधड़ी के केस दर्ज किए गए थे.

कृष्ण प्रताप सिंह की कविताई: यह कविता पर मुग्ध होने का नहीं, उसे हथियार बनाने का वक्त़ है

पुस्तक समीक्षा: वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण प्रताप सिंह ‘डरते हुए’ शीर्षक वाले अपने काव्यसंग्रह के माध्यम से बिल्कुल अलग अंदाज़ में सामने हैं. उनकी कविताएं उनके उस पक्ष को अधिक ज़ोरदार ढंग से उजागर करती है, जो संभवत: पत्रकारीय लेखन या ‘तटस्थ’ दिखते रहने के पेशेवर आग्रहों के चलते कभी धुंधला दिखता रहा.

ज़ी न्यूज़ से निकाला गया एक पत्रकार आख़िर क्यों हुआ पोहा बेचने पर मजबूर?

वीडियो: क़रीब तीन महीने पहले तक ज़ी न्यूज़ में बतौर असिस्टेंट न्यूज़ एडिटर काम करने वाले ददन विश्वकर्मा ने नोएडा फिल्मसिटी में कई मीडिया संस्थानों के दफ्तरों के बीच स्टॉल लगाकर पोहा बेचने का काम शुरू किया है और इसे ‘पत्रकार पोहा वाला’ नाम दिया है. उनका कहना है कि काफ़ी समय तक जब किसी ने नौकरी नहीं दी, तब आख़िर में ख़ुद का काम शुरू करने की सोची. उनकी कहानी.

यूपी: पत्रकार संघों ने मंत्री से सवाल पूछने पर पत्रकार की गिरफ़्तारी को बदले की कार्रवाई कहा

11 मार्च को यूपी की माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी से संभल में हुए एक समारोह में स्थानीय पत्रकार संजय राणा ने उनसे गांव में हुए विकास कार्यों को लेकर सवाल किए थे. इसके बाद राणा को भाजयुमो नेता की शिकायत पर गिरफ़्तार कर लिया गया था.

जम्मू कश्मीर: पत्रकार इरफ़ान मेहराज को टेरर फंडिंग के मामले में एनआईए ने गिरफ़्तार किया

इसी मामले में जेल में बंद कश्मीरी मानवाधिकार कार्यकर्ता ख़ुर्रम परवेज़ भी आरोपी हैं. 2020 में दर्ज राष्ट्रीय जांच एजेंसी की एफ़आईआर में कश्मीर स्थित कुछ एनजीओ पर भारत विरोधी गतिविधियों को प्रायोजित करने के आरोप लगाए गए हैं.

यूपी: योगी सरकार की मंत्री से विकास कार्य के वादों पर सवाल पूछने के बाद पत्रकार गिरफ़्तार

घटना संभल के बुद्धनगर खंडवा गांव की है, जहां 11 मार्च को माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी एक शिलान्यास समारोह में पहुंची थीं. यहां एक स्थानीय पत्रकार संजय राणा ने उनसे गांव में हुए विकास कार्यों को लेकर सवाल किए. इसके बाद राणा को एक भाजयुमो नेता की शिकायत पर गिरफ़्तार कर लिया गया.

योगी राज में पत्रकारों पर बढ़े हमले, यूपी में पत्रकारिता करना हुआ मुश्किल

वीडियो: उत्तर प्रदेश के जौनपुर शहर में बीते 26 फरवरी की शाम पत्रकार देवेंद्र खरे को अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी, जिससे वे घायल हो गए. खरे का आरोप है कि हमला भाजपा ज़िलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह के भाई ऋतुराज सिंह ने कराया है. याकूत अली की रिपोर्ट.

उत्तर प्रदेश: जौनपुर में पत्रकार को गोली मारी, भाजपा जिलाध्यक्ष के भाई पर केस दर्ज

उत्तर प्रदेश के जौनपुर शहर में 26 फरवरी की शाम को एक समाचार चैनल के ज़िला संवाददाता देवेंद्र खरे पर गोलियां चलाई गईं, जिसमें वह घायल हो गए. उनकी शिकायत पर भाजपा ज़िलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह के भाई ऋतुराज सिंह और अन्य के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है.

सरकार की नीतियों और कृत्यों पर टिप्पणी करना राजद्रोह नहीं है: पूर्व सीजेआई

एक पत्रकारिता सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित ने कहा कि निष्पक्ष आलोचना प्रत्येक व्यक्ति और पत्रकार का अधिकार है. मुझे सरकार की नीतियों और कृत्यों पर टिप्पणी करने का पूरा अधिकार है. अगर मैं ऐसा करता हूं तो यह राजद्रोह नहीं है.

सरकार का पत्रकारिता पर हुक्म चलाना ख़तरनाक है: सिद्धार्थ वरदराजन

केरल सरकार के सूचना और जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन ने कहा कि भारत में स्वतंत्र पत्रकारिता का कमज़ोर होना लोकतंत्र के पतन को दर्शाता है. 

‘सिटी ऑफ जॉय’ लिखने वाले फ्रांसीसी लेखक डॉमिनिक लेपियर का निधन

कोलकाता के रिक्शा चालकों के जीवन के बारे में सिटी ऑफ जॉय लिखने वाले फ्रांसीसी लेखक डॉमिनिक लेपियर 91 वर्ष के थे. सिटी ऑफ जॉय के अलावा उन्होंने भोपाल गैस त्रासदी पर शोध-आधारित 'फाइव पास्ट मिडनाइट इन भोपाल' का सह-लेखन भी किया था.

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