असम में बाढ़ और भूस्खलन के चलते 151 लोग जान गंवा चुके हैं. कछार ज़िले का सिलचर दस दिन से जलमग्न हैं और वहां के निवासी भोजन, पेयजल व दवाइयों की कमी का सामना कर रहे हैं. अरुणाचल प्रदेश में भी भारी बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति बन गई है. राज्य में बाढ़ और भूस्खलन में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है.
वीडियो: असम बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित है. तिब्बत से होते हुए असम पहुंचने वाली ब्रह्मपुत्र नदी में हर साल आने वाली बाढ़ राज्य की बड़ी जनसंख्या को प्रभावित करती है. इस साल बाढ़ के चलते अब तक 139 लोगों की मौत हो चुकी है. क्या वजह है कि असमवासियों को हर साल इस तबाही का सामना करना पड़ता है. द वायर की रिपोर्ट.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, बीते 24 घंटे में राज्य के 28 ज़िलों में 24.92 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. राज्य में इस साल बाढ़ से जुड़े हादसों में अब तक 139 लोगों की जान गई है. हफ्ते भर से अधिक समय से जलमग्न सिलचर शहर में अपने परिजन को खोने वाले परिवार पानी भरे होने के कारण शवों को श्मशान नहीं ले जा पा रहे हैं, वहीं ज़िला प्रशासन भी उन तक नहीं पहुंच पा
असम के अलग-अलग हिस्सों में बाढ़ के चार बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई, जिससे राज्य में इस साल बाढ़ और भूस्खलन में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 126 हो गई है. अधिकारियों के अनुसार, राज्य के 23 ज़िलों में 680 राहत शिविर और वितरण केंद्र चल रहे हैं, जहां 2,17,413 लोगों ने शरण ले रखी है.
असम में बाढ़ और भूस्खलन से अभी तक 101 लोगों की मौत हो गई है. इस साल बाढ़ की मौजूदा लहर में 99,026 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र के फसल को नुकसान पहुंचा है. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में बाढ़ के पानी से कुल 233 शिविरों में से कम से कम 26 जलमग्न हो गए हैं और 11 जानवरों की डूबने से मौत हो गई है.