यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने भारत, जर्मनी, चेक रिपब्लिक, नॉर्वे और हंगरी में अपने राजदूतों को हटाने की घोषणा की है, लेकिन इसका कोई कारण नहीं बताया है. उन्होंने अपने राजनयिकों से यूक्रेन के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन और सैन्य सहायता जुटाने का आग्रह भी किया है.
कीव में क्षेत्रीय पुलिस बल ने दावा किया कि रूसी सेना की वापसी के बाद कीव इलाके में 900 से अधिक नागरिकों के शव बरामद किए गए हैं. मलबे के नीचे और सामूहिक कब्रों में हर दिन शव मिल रहे हैं. बुचा में लोग सबसे ज्यादा पीड़ित हुए, जहां 350 से अधिक शव मिले हैं. वहीं, रूस के रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन के रूसी क्षेत्र पर दावों के जवाब में कीव पर मिसाइल हमलों को बढ़ाने की बात कही है.
रूस के अपने सैनिकों को पीछे हटाने के बाद यूक्रेन के अधिकारियों ने आरोप लगाया कि रूसी सेना ने उसके क्षेत्रों में युद्ध अपराधों को अंजाम दिया है. हालांकि रूसी रक्षा मंत्रालय ने इन आरोपों को खारिज़ किया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय अभियोजकों और न्यायाधीशों की मदद से इसकी जांच के लिए एक विशेष न्याय तंत्र बनाया जाएगा.
अफ़सोस की बात है कि भारत के पास ऐसी समस्या के समाधान के लिए रचनात्मक प्रस्ताव देने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है, जिस पर वह स्पष्ट रुख़ लेने को भी अनिच्छुक है.
यूक्रेन के कई शहरों में रूसी सेना द्वारा घेराबंदी के चलते नागरिकों को निकालने के लिए सुरक्षित निकासी मार्ग स्थापित करने के प्रयास विफल रहे हैं. ब्रिटेन की संसद में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की के संबोधन के बाद ब्रिटिश सरकार ने एक नए क़ानून की घोषणा की जिसके तहत किसी भी रूसी विमान के लिए ब्रिटेन में उड़ान भरने या उतरने को अपराध माना जाएगा.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने युद्ध के दौरान सुरक्षित निकासी की कोशिश कर रहे यूक्रेनी नागरिकों के लिए मानवीय गलियारों के विस्तार और रेड क्रॉस से अधिक सहयोग का आह्वान किया है. वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि सूमी शहर से सभी भारतीय छात्रों को निकाल लिया गया है और वे सभी बसों के ज़रिये पोलतावा शहर के लिए रवाना हो गए हैं.
रूस ने यूक्रेनी नागरिकों की निकासी के लिए राजधानी कीव, दक्षिणी बंदरगाह शहर मारियुपोल, यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव और सूमी में संघर्ष विराम के साथ मानवीय गलियारों को खोलने की घोषणा की है. इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि अगर कीव 'शत्रुतापूर्ण कार्रवाई' बंद कर दें तो मॉस्को के हमलों को रोका जा सकता है.
रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला किए जाने के संदर्भ में एक साक्षात्कार के दौरान पूर्व विदेश मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि अगर इसी तरह ज़्यादा शक्तिशाली देश, दूसरे देश के ऊपर आक्रमण करें तो कल चीन को भी यह मौका मिलेगा कि वह ताइवान के ऊपर हमला करे या हमारे यहां लद्दाख और अरुणाचल में.
रूस के रक्षा अधिकारियों ने यूक्रेन के दो शहरों- मारियूपोल और वोलनोवाखा में अस्थायी तौर पर संघर्ष विराम की घोषणा की है, ताकि लोगों को वहां से निकाला जा सके. हालांकि एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि शनिवार को भी इन इलाकों में गोलाबारी जारी रही. उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि रूस का यह हमला यूरोप और वैश्विक शांति पर हमला है.
यूक्रेन के सरकारी परमाणु नियामक ने बताया कि एनेर्होदार शहर में स्थित जपोरिजिया संयंत्र पर रूसी हमले के बाद विकिरण के स्तर में अब तक कोई बदलाव नहीं आया है. इस बीच रूस के साथ वार्ता कर रहे यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य ने कहा कि दोनों पक्ष नागरिकों को निकालने तथा मानवीय मदद देने के लिए सुरक्षित गलियारे बनाने के अस्थायी समझौते पर पहुंच गए हैं.
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि वे यूक्रेन में लड़ाई ख़त्म करने के लिए बातचीत को तैयार हैं, पर यूक्रेन के सैन्य ढांचे को नष्ट करने के प्रयास जारी रखेंगे. यूक्रेनी अधिकारियों ने पुष्टि की है कि रूसी बलों ने काला सागर बंदरगाह में स्थानीय सरकारी मुख्यालय पर कब्ज़ा कर लिया है. इस बीच विश्व बैंक ने रूस व बेलारूस में सभी परियोजनाएं तत्काल प्रभाव से रोक दी हैं.
आज के मनुष्य ने मछलियों की तरह जल में तैरना और पक्षियों की तरह आसमान में उड़ना भले सीख लिया है, मनुष्य की तरह धरती पर चलना उसे अभी सीखना है. मनुष्य की तरह धरती पर चलना न सीख पाने के ही कारण उसकी बार-बार की जाने वाली शांति की क़वायदें भी युद्ध की क़वायदों में बदल जाती हैं.
वीडियो: रूस के अपने पड़ोसी देश यूक्रेन पर हमला बोलने के बाद पिछले कई दिनों से दोनों देशों के बीच युद्ध जारी है. यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को भी हर दिन विमानों के ज़रिये वापस लाया जा रहा है. भारत लौटे छात्रों से द वायर की बातचीत.
रूसी सेनाओं ने यूक्रेन के शहरी इलाकों पर निशाना साधा है, जहां कीव के टीवी टावर और यूक्रेन में यहूदी नरसंहार के मुख्य स्मारक समेत अन्य असैन्य स्थलों को निशाना बनाते हुए हमले किए गए हैं. उधर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि पुतिन जैसे ‘तानाशाह’ दूसरे देश पर आक्रमण की क़ीमत चुकाएंगे. वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय ने सभी भारतीयों से तत्काल खारकीव छोड़ने को कहा है.
मृतक छात्र की पहचान कर्नाटक के हावेरी ज़िले के रहने वाले 20 वर्षीय नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर के रूप में हुई है. वह खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में चौथे वर्ष के मेडिकल छात्र थे. उनके पिता ने आरोप लगाया कि वहां फंसे छात्रों से भारतीय दूतावास से किसी ने संपर्क नहीं किया. भारतीय दूतावास ने भारतीयों को तत्काल राजधानी कीव छोड़ने की सलाह दी. रूस ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव पर की बमबारी, राजधानी पर बढ़ा ख़तरा. अमेरिका