उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है. आकाशीय बिजली की चपेट में आकर उत्तर प्रदेश में कम से कम 41, राजस्थान में 23 और मध्य प्रदेश में छह लोगों की मौत के मामले सामने आए हैं. उत्तर प्रदेश में मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी. प्रधानमंत्री ने मृतकों के लिए दो-दो लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है.
उत्तर प्रदेश और बिहार में 15 मई के बाद से अब तक आकाशीय बिजली गिरने से 315 लोगों की मौत हो चुकी है.
बिहार के आठ जिलों में गुरुवार को आंधी और बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से 26 लोगों की मौत हो गई. वहीं, उत्तर प्रदेश में एक 18 वर्षीय युवती समेत आठ लोगों की मौत हो गई.
छत्तीसगढ़ के जशपुर ज़िले के बागबहार गांव की घटना. 28 जून को एक युवती और दो युवक खेत में काम कर रहे थे, इसी दौरान उन पर आकाशीय बिजली गिर गई थी.
बिहार सरकार ने सभी 83 मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि का ऐलान किया है. उत्तर प्रदेश सरकार ने भी राज्य में घटना के शिकार सभी 24 मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की.
बिहार में बाढ़ से अब तक मरने वालों की संख्या 123 पहुंची. बिहार में तकरीबन 82 लाख की आबादी और असम में करीब 39 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित. उत्तर प्रदेश में बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में 14 लोगों की मौत.
बिहार के 12 ज़िलों में आई बाढ़ से 80 लाख 85 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है, जबकि असम के 19 जिले के 28.01 लाख लोग इससे प्रभावित हुए हैं.
राजस्थान में आकाशीय बिजली गिरने से चार और केरल में बारिश से चार व्यक्तियों की मौत. बिहार में बाढ़ से 12 जिलों के 72.78 लाख लोग प्रभावित हैं जबकि असम के 33 जिलों में से 18 में रहने वाले 38.37 लाख लोग प्रभावित हैं.