क्या देश में चुनाव वाकई रस्म अदायगी बनकर रह जाएंगे?

चुनावों को रस्म अदायगी बनने से रोकना है तो उनकी निष्पक्षता व स्वतंत्रता की हर हाल में रक्षा करना जरूरी है. यह भी समझना होगा कि चुनाव सुधारों के संबंध में समूचे विपक्ष का अगंभीर, नैतिकताहीन रवैया ऐसी स्थिति लाने में सत्ताधीशों की मदद ही करेगा.

उत्तर प्रदेश से पश्चिम बंगाल तक भाजपा कांग्रेस की दिखाई राह पर चल रही है

भाजपा की उत्तर प्रदेश सरकार हो या केंद्र की मोदी सरकार, अपने फ़ैसलों में दोनों कदम-दर-कदम पुराने दिनों वाली कांग्रेसी सरकार के निर्णयों की ही पुनरावृत्ति करती दिखाई दे रही हैं. योगी सरकार ने ट्वीट के लिए गिरफ़्तारी करवाई है, वहीं इसी प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कांग्रेस के जीबी पंत ने गीतकार शैलेंद्र की एक कविता पर प्रतिबंध लगाया था.

लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए भाजपा सांसद ओम बिड़ला होंगे राजग प्रत्याशी

एनडीए की ओर से लोकसभा अध्यक्ष के उम्मीदवार ओम बिड़ला की दावेदारी का 10 पार्टियों ने समर्थन किया है. इस पद के लिए बुधवार को चुनाव होगा.

अपूर्वानंद की मास्टरक्लास: भारत क्या इस जनादेश से उभर पाएगा?

मास्टरक्लास की इस कड़ी में अपूर्वानंद लोकसभा चुनाव के नतीजे और भाजपा को मिले प्रचंड बहुमत पर द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन के साथ चर्चा कर रहे हैं.

… तो देश को 1977 में ही मिल जाता पहला दलित प्रधानमंत्री

चुनावी बातें: 1977 के लोकसभा चुनाव में जीत के बाद जनसंघ के सांसद चाहते थे कि बाबू जगजीवन राम के रूप में पहला दलित प्रधानमंत्री देकर देश को नया संदेश दिया जाए, लेकिन राजनीतिक जटिलताओं के चलते ऐसा हो न सका.

क्या मोदी-शाह और वसुंधरा राजे के बीच एक बार फिर तलवारें खिंच गई हैं?

राजस्थान के राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि लोकसभा चुनाव में क़रीबियों को टिकट न मिलने और विरोधियों को टिकट दिए जाने से वसुंधरा राजे नाराज़ चल रही हैं.

चुनाव आयोग ने अपने अधिकारियों के फैसले को पलटा, नरेंद्र मोदी को दूसरी बार क्लीनचिट दी

महाराष्ट्र के लातूर में एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार मतदान करने वालों से कहा था कि क्या आपका पहला वोट पुलवामा के शहीदों को समर्पित हो सकता है? इस बयान को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की गई थी.

जब राजमाता सिंधिया के ‘धर्मपुत्र’ ने उनके समर्थन के बावजूद उनके बेटे से शिकस्त खाई

चुनावी बातें: 1984 में भाजपा से अटल बिहारी वाजपेयी और कांग्रेस से माधवराव सिंधिया ग्वालियर से मैदान में थे, जिससे विजयाराजे सिंधिया के सामने पार्टी व पुत्र के बीच चुनाव का धर्मसंकट आ खड़ा हुआ था. उस पर अटल बिहारी ने ख़ुद को उनका धर्मपुत्र बताकर इस दुविधा को और बढ़ा दिया था.

नागरिक होने का अर्थ केवल ज़िंदा रहना और वोट डालना भर रह गया है

देश में चुनाव हो रहे हैं और लोकतांत्रिक अधिकारों को लेकर चिंताएं गहराती जा रही हैं. लोग बदहाल ज़िंदगियां जी रहे हैं, बीमारी, भूख, अत्याचार, दुर्घटना और हिंसक हमलों में मारे जा रहे हैं. अपमानित किए जा रहे हैं. उनके अधिकार दिन-ब-दिन कमज़ोर किए जा रहे हैं.

द वायर बुलेटिन: दिल्ली में कांग्रेस का छह सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान, मनोज तिवारी के सामने होंगी शीला दीक्षित

अरुण जेटली द्वारा यौन उत्पीड़न मामले में सीजेआई रंजन गोगोई का बचाव करने समेत दिनभर की महत्वपूर्ण ख़बरें.

जब मकान मालिक ने किराया न देने पर पूर्व प्रधानमंत्री का सामान बाहर फिंकवा दिया था

चुनावी बातें: देश की राजनीति में एक समय ऐसा भी था जब सादगी हमारे नेताओं के बीच एक स्थापित परंपरा हुआ करती थी.

मोदी का पुलवामा और बालाकोट पर बयान प्रथम दृष्टया आचार संहिता का उल्लंघन: निर्वाचन अधिकारी

इस हफ्ते महाराष्ट्र के लातुर में एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार मतदान करने वालों से कहा था कि क्या आपका पहला वोट पुलवामा के शहीदों को समर्पित हो सकता है?

भाजपा ने ली नमो टीवी की ज़िम्मेदारी, निर्वाचन अधिकारी ने कहा- नमो टीवी का कंटेंट विज्ञापन नहीं

भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि नमो टीवी, नमो ऐप का एक फीचर है जो कि भाजपा की आईटी सेल द्वारा संचालित है.