बीते 6 मई को किंग चार्ल्स तृतीय और उनकी पत्नी कैमिला को ब्रिटेन और राष्ट्रमंडल के राजा और रानी के रूप में ताज पहनाया गया. इस दौरान लंदन में राजशाही का विरोध कर रहे 52 लोगों को गिरफ़्तार किया गया. मानवाधिकार समूहों ने प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी को लेकर चिंता जताई है.
इस साल अप्रैल महीने में विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज को लंदन स्थित इक्वाडोर दूतावास की इमारत से बेदखल किया गया था, जहां पर वह 2012 से रह रहे थे. इसके बाद 2017 में बंद किए जा चुके बलात्कार के मामले को स्वीडन में एक बार फिर से खोल दिया गया था.
ब्रिटेन के गृह मंत्री साजिद जावेद ने कहा कि हमारे पास वैध प्रत्यर्पण अनुरोध है, इसलिये मैंने उस पर दस्तखत किए लेकिन अंतिम फैसला अब अदालत को करना है.
जूलियन अंसाज ने सात साल पहले इक्वाडोर के दूतावास में शरण ली थी. इक्वाडोर के राष्ट्रपति लेनिन मोरेनो ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नियमों का बार-बार उल्लंघन करने की वजह से उन्होंने असांज का शरण वापस ले लिया था.