93 वर्षीय माधव सिंह सोलंकी ने जून 1991 से मार्च 1992 के बीच विदेश मंत्री का प्रभार भी संभाला था. वह गुजरात में जातिगत समीकरणों को साधने वाले बड़े नेता थे. 80 के दशक में जातिगत समीकरणों को साधने के लिए उन्होंने क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिम (केएचएएम) फॉर्मूला सुझाया था.
गुजरात के द्वारका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विकास का सपना सवा सौ करोड़ भारतीयों का है और मैं इसमें रंग भर रहा हूं.