आज कांग्रेस के सामने चुनौती पार्टी का कायाकल्प ऐसे दल के तौर पर करने की है, जो अपने पुराने वैभव और साम्राज्य के बिखर जाने की टीस से बाहर निकलकर यह कबूल करे कि अब उसके पास खोने के लिए कुछ नहीं है और बचाव की मुद्रा से बाहर निकलकर आक्रामक अंदाज़ में खेलना शुरू करे.
वाराणसी के समाजसेवी शिवप्रसाद गुप्त को आज उनके शहर के बाहर कोई जयंती या पुण्यतिथि पर भी याद नहीं करता, लेकिन कभी देश की आज़ादी की लड़ाई के साथ समाज के उत्थान में उनके योगदान के चलते महात्मा गांधी उन्हें राष्ट्ररत्न कहा करते थे.
जो गांधी के विचारों के समर्थक और शांति के पैरोकार हैं, ख़ुद एक दिमाग़ी बुखार में गिरफ़्तार हैं. हिंसा हमारा स्वभाव हो गई है. हम हमला करने का पहला मौका छोड़ना नहीं चाहते. पढ़ने-सुनने के लिए जो समय और धीरज चाहिए, हमने वह जानबूझकर गंवा दिया है.
शांति के क्षेत्र में नोबेल विजेता कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या की थी लेकिन प्रज्ञा ठाकुर जैसे लोग गांधी की आत्मा की हत्या कर रहे हैं.
राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह दोतासरा ने कहा कि नोटबंदी सबसे असफल प्रयोग था. नोटबंदी के लिए प्रधानमंत्री ने जिन तीन उद्देश्यों- आतंकवाद, भ्रष्टाचार को खत्म करने और कालाधन को वापस लाने, का उल्लेख किया था, उन्हें हासिल नहीं किया जा सका.
राजस्थान के शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने शिक्षा विभाग को प्रयोगशाला बना दिया था, आरएसएस के राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए पाठ्यक्रम में बदलाव किए गए थे. राजनीतिक हितों के लिए सावरकर की बढ़िया छवि गढ़ी गई थी.
जब कोई फल पक जाता है, तब उसे तोड़ने के लिए सभी लपक पड़ते हैं. उसी तरह आज राजनीति में आंबेडकर चहेते हो गए हैं, लेकिन आंबेडकर दिखने में चाहे जितने आकर्षक हों, अपनाने में उतने ही कठिन हैं. वर्तमान राजनीतिक दल इस बात को जानते हैं इसीलिए वे 14 अप्रैल और 6 दिसंबर पर उनका नाम तो लेते हैं लेकिन उनकी वैचारिक तेजस्विता से डरते हैं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि लोगों को सच से वंचित रखा जा रहा है क्योंकि राष्ट्रीय मीडिया का एक तबका नरेंद्र मोदी को सपोर्ट कर रहा है. यह शर्म की बात है कि मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं.
महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडेय गांधी जी के पुतले को गोली मारते हुए नज़र आ रही थी. इसके बाद कार्यकर्ताओं ने इस पुतले को जला दिया था.
महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर अलीगढ़ में अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडेय ने गांधी के पुतले पर गोली चलाकर शौर्य दिवस मनाया था.
महात्मा गांधी की 'हत्या' दोहराए जाने के मामले पुलिस ने अखिल भारत हिंदू महासभा के दो कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया. महासभा के प्रवक्ता बोले- कुछ गलत नहीं किया, देश में रावण दहन भी तो होता है.
मास्टरक्लास में प्रो. अपूर्वानंद देश में मुसलमानों की नागरिकता पर उठ रहे सवाल और महात्मा गांधी के नज़रिये पर इतिहासकार सुधीर चंद्रा से चर्चा कर रहे हैं.
आज की मास्टर क्लास में अपूर्वानंद उन लोगों के बारे में चर्चा कर रहे हैं जिन्हें गांधी हत्या को गांधी वध कहने में संकोच नहीं होता.
हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडेय ने गांधीजी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की तुलना भगवान कृष्ण से की और कार्यकर्ताओं ने ‘महात्मा नाथूराम गोडसे ज़िंदाबाद’ के नारे लगाए.
‘मित्रो मरजानी’ के बाद सोबती पर पाठक फ़िदा हो उठे थे. ये इसलिए नहीं हुआ कि वे साहित्य और देह के वर्जित प्रदेश की यात्रा पर निकल पड़ी थीं. ऐसा हुआ क्योंकि उनकी महिलाएं समाज में तो थीं, लेकिन उनका ज़िक्र करने से लोग डरते थे.