एना बर्न्स ने अमेरिकी लेखक रिचर्ड पावर, कनाडाई उपन्यासकार एसी एडुगन समेत तीन अन्य लेखकों को पछाड़ कर साल 2018 का मैन बुकर पुरस्कार जीता है.
‘मिल्कमैन’ में उत्तरी आयरलैंड में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच एक युवती और एक शादीशुदा शख्स की प्रेम कहानी बयान की गई है. इस किताब की खास बात यह है कि इसमें पात्रों के नाम के बजाय पदनाम (डेजिग्नेशन) दिए गए हैं.
1997 में ‘गॉड आॅफ स्मॉल थिंग्स’ के लिए अरुंधति रॉय को मिल चुका है बुकर पुरस्कार.
तीन बार बुकर पुरस्कार के लिए नामित और 17 से ज़्यादा किताबों की लेखक अनीता देसाई को हाल ही में इंटरनेशनल लिटरेरी ग्रैंड प्राइज़ से सम्मानित किया गया है.