मंडी लोकसभा चुनाव: कंगना रनौत अक्सर ग़ैर-ज़िम्मेदार बयान देती नज़र आती हैं. यह स्वभाव का सूचक हो सकता है, लेकिन यह उस दुर्लभ अदाकारा का गणित भी हो सकता है जो पिछले 15 वर्षों में बगैर किसी सहारे के सिर्फ़ अपने बल पर बंबई के क्रूर फ़िल्म उद्योग में निर्भीक खड़ी रही है.
इस राज्य को भगवा बनाना चाहती भाजपा नहीं जानती कि देवदार के जंगल स्थानीय देवियों से अपनी प्राण-ऊर्जा हासिल करते हैं और बर्फ़ीले पर्वतों पर इस पृथ्वी के कुछ सबसे विलक्षण और प्राचीन बौद्ध विहार ठंडी धूप में चमकते हैं.