सवाल सेहत का: क्या मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं नज़रअंदाज़ किए जाने के चलते बढ़ती जा रही हैं?

वीडियो: विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट बताती है कि भारत में लगभग सात करोड़ लोग विभिन्न मानसिक विकारों से पीड़ित हैं, जिनकी पहचान नहीं हो पाती और इसलिए इनका निदान नहीं होता. हालांकि ये समस्याएं उनके जीवन को व्यापक तौर पर प्रभावित करती हैं. सवाल सेहत का की इस कड़ी में बात मानसिक स्वास्थ्य और उससे जुड़ी वर्जनाओं की. 

देश में 834 मरीज़ों पर एक डॉक्टर उपलब्ध, जो डब्ल्यूएचओ के मानकों से बेहतर है: स्वास्थ्य मंत्री

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में बताया कि देश में पंजीकृत एलोपैथिक डॉक्टरों की 80 प्रतिशत उपलब्धता मानते हुए और 5.65 लाख आयुष डॉक्टरों के साथ देश में डॉक्टर-जनसंख्या अनुपात 1:834 है, जो कि डब्ल्यूएचओ के मानक 1:1000 से बेहतर है.

पुणे: सहपाठी के निष्कासन के ख़िलाफ़ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर एफटीआईआई विद्यार्थी

पुणे स्थित भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान के छात्र 2020 के बैच से कथित तौर पर निकाले गए एक छात्र की बहाली की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि निष्कासित छात्र मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के चलते इलाज़रत था, इसलिए कक्षाओं में शामिल नहीं हो सका और संस्थान उसे सेमेस्टर रिपीट करने को कह रहा है.

छुट्टी न दिए जाने से नाराज़ सीआरपीएफ जवान ने ख़ुद को गोली मारी

जोधपुर पुलिस ने बताया कि अपने वरिष्ठ अधिकारी द्वारा छुट्टी देने से मना करने पर नाराज़ सीआरपीएफ जवान ने परिवार के साथ ख़ुद को अपने क्वॉर्टर में बंद कर लिया था और आत्महत्या करने की धमकी दे रहे थे. 

तीन सालों में 131 आत्महत्याओं के बाद सीआरपीएफ ने मानसिक स्वास्थ्य संबंधी वर्कशॉप शुरू की

सीआरपीएफ ने पहली बार मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं से जूझ रहे जवानों की मदद के लिए कदम उठाया है. बताया गया है कि यहां जवानों को ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे अपनी भावनाओं और प्रतिक्रियाओं को अच्छी तरह समझ पाएं और परिवार एवं फोर्स के साथ बेहतर संबंध स्थापित कर पाएं.

कोरोना से उबरे तीन में से एक व्यक्ति को न्यूरो या मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं: शोध

मेडिकल जर्नल लांसेट में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक 2,30,000 से अधिक मरीज़ों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड पर शोध किया गया, जिससे पता चला कि कोरोना से उबर चुके तीन में से एक शख़्स को संक्रमण के छह महीने के भीतर मस्तिष्क संबंधी या मानसिक स्वास्थ्य विकारों का पता चला है.