एनजीटी ने पानी की बर्बादी को दंडनीय अपराध बनाने की मांग पर केंद्र से रिपोर्ट मांगी

एनजीटी में याचिका दायर कर कहा गया है कि पानी की बर्बादी रोकने के लिए कदम नहीं उठाए जा रहे हैं और पानी बर्बाद करने को दंडनीय अपराध की श्रेणी में रखा जाना चाहिए.

स्वच्छ भारत सेस बंद करने के बाद भी सरकार ने वसूला क़रीब 2100 करोड़ रुपये का टैक्स

एक जुलाई, 2017 को स्वच्छता सेस को ख़त्म कर दिया गया था, लेकिन आरटीआई से मिली जानकारी बताती है कि जनता से अब भी यह सेस वसूला जा रहा है.

स्वच्छ भारत सेस बंद होने के बाद भी मोदी सरकार ने वसूला करोड़ों रुपये का टैक्स

द वायर एक्सक्लूसिव: एक जुलाई, 2017 से स्वच्छ भारत सेस को खत्म कर दिया गया था. आरटीआई के जवाब में वित्त मंत्रालय ने बताया कि साल 2015 से लेकर अब तक स्वच्छ भारत सेस के तहत कुल 20,600 करोड़ रुपये वसूले गए हैं. हालांकि सरकार ने ये नहीं बताया कि टैक्स के रूप में वसूली गई यह राशि कहां ख़र्च की गई.

देश में 60 करोड़ लोग गंभीर जल संकट के मुहाने पर: केंद्र सरकार

पेयजल एवं स्वच्छता राज्यमंत्री रमेश जिगजिनागी ने राज्यसभा में बताया कि देश में साल 2030 तक पानी की मांग उसकी उपलब्धता से दो गुनी हो जाएगी, इसलिए जल संसाधनों और उसके इस्तेमाल को लेकर बेहतर समझ बनाने की ज़रूरत है.

लगभग एक तिहाई आबादी दूषित जल पीने को मजबूर, राजस्थान और प. बंगाल सर्वाधिक प्रभावित: रिपोर्ट

केंद्रीय एजेंसी ‘एकीकृत प्रबंधन सूचना प्रणाली’ द्वारा पानी की गुणवत्ता को लेकर तैयार रिपोर्ट के मुताबिक देश में 70,736 बस्तियां दूषित जल से प्रभावित हैं. इस पानी की उपलब्धता के दायरे में 47.41 करोड़ आबादी आ गई है.