जुनैद और नासिर की मौत की पूरी कहानी, मोनू मानेसर पर हत्या का आरोप

वीडियो: राजस्थान के भरतपुर ज़िले के रहने वाले जुनैद और नासिर बीते 14 फरवरी को किसी रिश्तेदार के यहां जाने के लिए निकले थे, लेकिन ज़िंदा वापस घर नहीं लौट सके. 16 फरवरी को ख़बर मिलती है कि उन्हें हरियाणा के भिवानी ज़िले में ज़िंदा जला दिया गया है. परिवार का दावा है कि बजरंग दल और मोनू मानेसर के लोगों ने उनकी हत्या की है.

‘हमारा झगड़ा किसी जाति या धर्म से नहीं है, अपराधियों को सज़ा मिले और हमें न्याय’

वीडियो: हरियाणा के भिवानी में गाय के नाम पर होने वाली हिंसा के कथित मामले में जान गंवाने वाले जुनैद और नासिर राजस्थान के घाटमीका से थे. उनके गांव में शोक का माहौल है और लोग इंसाफ की मांग कर रहे हैं. द वायर के याक़ूत अली की रिपोर्ट.

भिवानी हत्याकांड: कौन है मामले का फ़रार आरोपी ‘गोरक्षक’ मोनू मानेसर?

वीडियो: हरियाणा के भिवानी में गाय के नाम पर होने वाली हिंसा का एक कथित मामला सामने आया है, जहां दो युवकों को अगवा कर उनकी गाड़ी में आग लगाकर मार देने का आरोप है. एफआईआर में मोनू मानेसर नाम के एक 'गोरक्षक' पर इस घटना को अंजाम देने का इल्ज़ाम है. क्या है मोनू मानेसर की कहानी, बता रहे हैं द वायर के ज़ीशान कासकर.

हरियाणा: कार में दो लोगों के जले शव मिले, परिवार ने बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर हत्या का आरोप लगाया

हरियाणा के भिवानी ज़िले का मामला. परिजनों ने गाय के नाम पर हिंसा का आरोप लगाया है. पुलिस के अनुसार, बीते बृहस्पतिवार एक वाहन के अंदर दो जले हुए शव मिले हैं. इससे एक दिन पहले राजस्थान में एक परिवार ने एफ़आईआर दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि दो युवक - जुनैद और दोस्त नासिर - लापता हो गए थे और बजरंग दल के सदस्यों द्वारा उनका अपहरण कर लिया गया था.

एमपी: बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने ‘लव जिहाद’ के आरोप में घर में घुसकर मुस्लिम पुरुषों को पीटा

मध्य प्रदेश के इंदौर शहर का मामला. एक हिंदू महिला अपने दोस्तों के साथ एक फ्लैट में अपना जन्मदिन मना रही थी, जब कथित तौर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने यहां धावा बोल दिया. कार्यकर्ता मुस्लिम युवकों को पीटने के बाद उन्हें थाने ले गई, जहां पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

भीड़ हिंसा: सुरक्षा न मिल पाने के कारण मोहम्मद अख़लाक़ की बेटी की अदालत में गवाही टली

उत्तर प्रदेश में गौतम बौद्ध नगर ज़िले के दादरी क्षेत्र के बिसाहड़ा गांव निवासी 52 वर्षीय मोहम्मद अख़लाक़ की 28 सितंबर 2015 को भीड़ द्वारा गोकशी का आरोप लगाकर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. इस घटना में उनके बेटे भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे. अख़लाक़ की बेटी शाइस्ता मामले में चश्मदीद गवाह हैं.

सरकार मॉब लिंचिंग का आंकड़ा क्यों सामने नहीं लाना चाहती?

वीडियो: बीते दिनों संसद में केंद्र सरकार ने कहा कि उनके पास अलग से मॉब लिंचिंग का कोई आंकड़ा नहीं है. इस मुद्दे पर विशेषज्ञों से बातचीत कि सरकार को क्यों मॉब लिंचिंग के आंकड़े अन्य अपराधों से अलग सामने रखना चाहिए.

झारखंड: राज्यपाल ने दो आपत्तियों के साथ मॉब लिंचिंग बिल सरकार को वापस भेजा

झारखंड में भीड़ हिंसा का मामला 2019 में उस समय सुर्ख़ियों में आया था, जब 24 साल के तबरेज़ अंसारी को चोरी के संदेह में सरायकेला खरसावां जिले के धतकीडीह गांव में कथित तौर पर पोल से बांधकर भीड़ ने उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. इस घटना के वीडियो में भीड़ अंसारी से कथित तौर पर ‘जय श्रीराम’ और ‘जय हनुमान’ के नारे लगाने को मजबूर करती दिख रही थी.

2012-2019 के बीच उत्तर प्रदेश में आवारा पशुओं की संख्या में क़रीब 2 लाख की वृद्धि: केंद्र सरकार

एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय लोकसभा में बताया कि उत्तर प्रदेश में आवारा पशुओं की संख्या 2012 में 10,09,436 थी, जो 2019 में बढ़कर 11,84,494 हो गई. राज्य के चित्रकूट ज़िले में इनकी संख्या सबसे अधिक है. इसके बाद क्रमश: महोबा, गोंडा, हरदोई और बांदा का नंबर आता है.

उत्तराखंड: धर्म संसद जैसी नफ़रत वाली राजनीति और भीड़ हिंसा के ख़िलाफ़ प्रदर्शन

उत्तराखंड के विभिन्न ज़िलों में भीड़ हिंसा और नफ़रत की राजनीति के विरोध में लोगों ने प्रदर्शन करते हुए राज्य में अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ बढ़ रहे अपराधों पर चिंता जताई है. कोरोना की पहली लहर में सरकार ने ताली-थाली बजवाई थी, उसी तर्ज पर इस दौरान कनस्तर बजाकर नारे लगाए गए और हिंसा ख़त्म करने की अपील की गई. साथ में नारे लिखे पोस्टर दिखाकर सरकार के प्रति अपना रोष व्यक्त किया गया.

झारखंड: सिमडेगा में भीड़ द्वारा की गई पीट-पीट कर हत्या मामले में ग्राम प्रधान गिरफ़्तार

बीते चार जनवरी को सिमडेगा ज़िले के एक गांव में भीड़ ने पेड़ काटने के संदेह में एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर शव को जला दिया था. पांच जनवरी को पुलिस ने 13 नाम ज़द समेत कुल 38 लोगों के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज की थी. इस मामले अब तक आठ आरोपियों को पुलिस गिरफ़्तार कर चुकी है. 

झारखंड: मुस्लिम शख़्स को कथित तौर पर थूक चाटने और ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने के लिए मजबूर किया

पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के ख़िलाफ़ धनबाद में प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से प्रधानमंत्री एवं भाजपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष को ‘अपशब्द’ कहने के आरोप में मानसिक बीमारी से पीड़ित एक मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई की थी. मुख्यमंत्री ने मामले दोषियों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.

झारखंड: मॉब लिंचिंग क़ानून आने के बाद भीड़ ने ग्रामीण की पीट-पीटकर हत्या कर शव जलाया

मामला सिमडेगा ज़िले के कोलेबिरा थाना क्षेत्र का है. पुलिस के अनुसार, ग्रामीणों का आरोप था कि 32 वर्षीय संजू प्रधान वन क्षेत्र से लकड़ी की तस्करी करते थे. इससे नाराज़ ग्रामीण उन्हें बात करने के लिए घर से बुलाकर ले गए, जहां भीड़ ने पत्थर-लाठियों से उन्हें मारने के बाद शव को आग लगा दी. 

केंद्र में ‘रावण’ पार्टी की सरकार आने के बाद भीड़ हिंसा विरोधी क़ानून लाने को मजबूर हुए: सोरेन

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा देश को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहती है. मॉब लिंचिग रोधी अधिनियम हिंदू, मुस्लिम या आदिवासी अधिनियम नहीं है, क्योंकि भीड़ का कोई चेहरा नहीं होता. भाजपा के केंद्र की सत्ता में आने और देश के सामाजिक तानाबाने को नष्ट करने वाला माहौल बनाने के बाद हम यह क़ानून लाने को मजबूर हुए.

असम: संशोधित मवेशी संरक्षण अधिनियम के तहत पुलिस की शक्तियां बढ़ाई गईं

अगस्त में पारित किए गए असम मवेशी संरक्षण अधिनियम, 2021 में हिंदू, जैन और सिख बहुसंख्यक मंदिर या वैष्णव मठों के पांच किलोमीटर के दायरे में मवेशियों के वध और गोमांस की बिक्री पर रोक लगाई गई थी. अब हुए संशोधन के तहत पुलिस आरोपी के घर में प्रवेश कर जांच कर सकती है और अवैध पशु कारोबार के ज़रिये अर्जित संपत्ति को ज़ब्त करने की कार्रवाई भी कर सकती है.

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