मुरादाबाद की पॉश टीडीआई सिटी हाउसिंग सोसाइटी में मंगलवार को विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया, जब कॉलोनी में स्थित के एक घर को उसके हिंदू मालिक ने एक मुस्लिम डॉक्टर को बेच दिया. निवासियों ने रजिस्ट्री रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि इस सौदे से जनसांख्यिकीय परिवर्तन हो सकते हैं.
पुलिस ने बताया कि बजरंग दल के मुरादाबाद ज़िला प्रमुख मोनू विश्नोई और अन्य ने एक गाय चुराकर उसे वन क्षेत्र में मार डाला था. मुरादाबाद एसएसपी ने कहा कि मोनू को स्थानीय एसएचओ के साथ झगड़ा भी था. उसने इलाके में तनाव पैदा करने और पुलिस की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए घटना को अंजाम दिया था.
राजस्थान के कोटा में अखिल भारतीय प्री-मेडिकल प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) की तैयारी कर रहे उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के एक 19 वर्षीय छात्र 23 जनवरी की देर रात कोटा में अपने हॉस्टल के कमरे में मृत पाया गया. इस साल शहर में किसी कोचिंग छात्र द्वारा आत्महत्या का यह पहला मामला है. 2023 में करीब 26 छात्रों ने आत्महत्या की थी.
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे ये मज़दूर बिजली के खंभों को हटा रहे थे, तभी बिजली विभाग द्वारा बंद की गई आपूर्ति बहाल कर दी गई. अधिकारियों ने बताया कि चीफ इंजीनियर ने शटडाउन के बावजूद बिजली आपूर्ति फिर से शुरू होने की जांच करने और ज़िम्मेदार व्यक्ति के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद ज़िले का मामला. अनुज चौधरी असमौली ब्लॉक पंचायत चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार थे, उन्हें संतोष देवी से हार का सामना करना पड़ा था. देवी ने भाजपा का टिकट पाने में असफल होने के बाद निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था. बाद में देवी को भाजपा ने समर्थन दे दिया था. पुलिस ने कहा कि हत्या राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण की गई.
उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद पुलिस ने रमज़ान के दौरान हो रही नमाज़ के दौरान मौजूद 10 मुसलमानों को नोटिस जारी किया है. साथ ही जिस संपत्ति पर नमाज़ अदा की गई थी, उसके मालिक ज़ाकिर हुसैन को निर्देशित किया गया है कि वहां किसी भी सामूहिक प्रार्थना का आयोजन न किया जाए.
उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद पुलिस ने बजरंग दल के प्रदर्शन और धमकी के बाद एक मुस्लिम व्यक्ति द्वारा उनकी निजी इमारत में की जा रही सामूहिक तरावीह को रुकवा दिया. क्या अब यह सच नहीं कि मुसलमान या ईसाई का चैन और सुकून तब तक है जब तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संगठन कुछ और तय न करें? क्या अब उनका जीवन अनिश्चित नहीं हो गया है?
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर स्थित हिंदू कॉलेज का मामला. छात्राओं का आरोप है कि उन्हें कॉलेज गेट पर बुर्का उतारने के लिए मजबूर किया गया. इस मामले को लेकर छात्रों, समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं और निर्धारित नियमों पर अड़े रहे कॉलेज शिक्षकों के बीच झड़प भी हुई थी.
घटना अमरोहा के ज़िला अस्पताल की है, जहां अचानक बिजली चले जाने के बाद एक मरीज़ की डायलिसिस प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी. परिजनों के अनुसार, कई घंटों तक अस्पताल में बिजली आने का इंतज़ार करने के बाद घर लौटने पर मरीज़ की हालत बिगड़ने लगी और दूसरे अस्पताल ले जाने के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया.
उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद ज़िले के भोजपुर इलाके का मामला. पुलिस ने कहा कि घटना एक सितंबर को भोजपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में हुई थी और पीड़िता के रिश्तेदार द्वारा सात सितंबर को दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर एक आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया गया है.
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद ज़िले के छजलैट क्षेत्र के दुल्लेपुर गांव का मामला. पुलिस ने कहा कि अब मामले को ख़ारिज कर दिया है, क्योंकि मामले की जांच में शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित कोई सबूत नहीं मिला है.
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर में बीते 18 अप्रैल को हिंदू युवा वाहिनी के सदस्यों के एक समूह ने कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर इस युवक-युवती को घेर लिया था और युवक पर लव जिहाद का आरोप लगाया था. बाद में वाहिनी के सदस्यों ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते हुए दोनों को पुलिस को सौंप दिया था.
2014 में मुरादाबाद ज़िले के कांठ थाना क्षेत्र के एक मंदिर से लाउडस्पीकर उतारने पर प्रशासन के ख़िलाफ़ भाजपा ने विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था. अब एक विशेष अदालत ने प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों पर हमला करने के आरोपी कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी और स्थानीय भाजपा विधायक रितेश कुमार गुप्ता समेत सभी 74 आरोपियों को बरी कर दिया है.
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में 23 दिसंबर की शाम की घटना. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि क्षेत्र में मुस्लिम शख्स हिंदू नाम के नाम पर दुकान चला रहे हैं. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने हंगामा भी किया और 'हर हर महादेव', 'जय श्रीराम' के नारे भी लगाए.
मुरादाबाद के ईदगाह इलाके के रहवासी हर रात अपने मुद्दों पर चर्चा करने के लिए इकट्ठा होते हैं. इस दौरान राजनीतिक और आर्थिक दोनों ही तरह के मसलों पर बात होती है.