प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लोकप्रिय डायरेक्ट मार्केटिंग कंपनी एमवे इंडिया के ख़िलाफ़ आरोप पत्र दायर करते हुए दावा किया है कि एजेंसी ने एमवे द्वारा बड़ी संख्या में ग्राहकों को धोखा देकर अर्जित 4,050 करोड़ रुपये की अपराध आय की पहचान की है.
मल्टी लेवल मार्केटिंग को बढ़ावा देने वाली एमवे इंडिया की 757 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को ईडी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम के तहत कुर्क किया गया है. केंद्रीय एजेंसी का कहना है कि कंपनी ‘डायरेक्ट-सेलिंग एमएलएम नेटवर्क’ की आड़ में घोटाला कर रही है.