आरोप है कि अमरोहा के हिल्टन कॉन्वेंट स्कूल में एक सात वर्षीय मुस्लिम छात्र को टिफिन में कथित तौर पर मांसाहारी भोजन (बिरयानी) मिलने पर स्कूल से निकाल दिया. आक्रोश के बाद अमरोहा के सबमजिस्ट्रेट ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं.
घटना सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय की है. पुलिस के मुताबिक, पीड़ित छात्र दो छात्राओं के साथ कहीं से लौट रहा था, जब परिसर में मोटरसाइकिल सवार चार-पांच अज्ञात लोगों ने उसे रोका और आईडी कार्ड मांगा. इसे देखने के बाद उसे 'लव जिहाद' का आरोप लगाते हुए पीटा गया.
पिछले साल अगस्त में उत्तर प्रदेश मुज़फ़्फ़रनगर के एक निजी स्कूल की शिक्षक तृप्ता त्यागी ने कथित तौर पर होमवर्क नहीं करने पर एक मुस्लिम छात्र को उसके हिंदू सहपाठियों से कक्षा में बार-बार थप्पड़ लगवाए थे. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह सब इसलिए हुआ, क्योंकि सरकार ने वह नहीं किया, जो उससे करने की अपेक्षा की गई थी.
ऑल्ट न्यूज़ के पत्रकार मोहम्मद ज़ुबैर पर मुज़फ़्फ़रनगर के स्कूल के मुस्लिम छात्र को साथी छात्रों द्वारा पीटने संबंधी वीडियो साझा कर छात्र की पहचान ज़ाहिर करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है. ज़ुबैर ने इसे 'बदले की राजनीति' बताते हुए कहा है कि उन्होंने एनसीपीसीआर के कहने के बाद उक्त वीडियो हटा दिया था.
मुज़फ़्फ़रनगर ज़िले के एक निजी स्कूल में महिला शिक्षक के कहने पर छात्रों द्वारा एक साथी मुस्लिम छात्र को थप्पड़ मारने का वीडियो सामने आया था. अब बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि उनकी जांच में स्कूल, विभाग के मानदंडों पर सही नहीं पाया गया है, जिसके बाद इसे सील करने का नोटिस जारी किया गया है.
उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़नगर ज़िले के एक निजी स्कूल में महिला शिक्षक के निर्देश पर साथी छात्रों द्वारा एक मुस्लिम छात्र को थप्पड़ मारने का वीडियो सामने आया था. इसके बाद शिक्षक के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है. एक रिपोर्ट के अनुसार, लड़के के परिवार पर आसपास के गांव के प्रधानों के साथ-साथ किसान नेता नरेश टिकैत ‘समझौता’ करने का दबाव डाल रहे हैं.
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में एक शिक्षक अपनी क्लास के बच्चों से एक मुस्लिम सहपाठी को थप्पड़ मारने को कहते हुए सांप्रदायिक टिप्पणी करती नज़र आ रही हैं. पुलिस ने बताया है कि वीडियो मुज़फ़्फ़रनगर के मंसूरपुर थानाक्षेत्र के पास खुब्बापुर गांव के एक निजी स्कूल का है.
मुज़फ़्फ़रनगर की अध्यापिका से पूछ सकते हैं कि वे छात्र के लिए ‘मोहम्मडन’ विशेषण क्यों प्रयोग कर रही हैं? वे कह सकती हैं कि उनकी सारी चिंता मुस्लिम बच्चों की पढ़ाई को लेकर थी. मुमकिन है कि इसका इस्तेमाल इस प्रचार के लिए हो कि मुस्लिम शिक्षा के प्रति गंभीर नहीं हैं और उन्हें जब तक दंडित न किया जाए, वे नहीं सुधरेंगे.
वीडियो: उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर के एक निजी स्कूल की शिक्षक के एक मुस्लिम छात्र को उसी के सहपाठियों द्वारा थप्पड़ लगवाने की घटना पर द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी का नज़रिया.
कर्नाटक के निजी विश्वविद्यालय मणिपाल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का मामला. घटना से संबंधित कथित वीडियो में छात्र आरोपी प्रोफेसर से कहता है कि इस देश में मुसलमान होना और यह सब हर रोज़ झेलना मज़ाक नहीं है सर. आप मेरे धर्म का मज़ाक नहीं उड़ा सकते, वह भी अपमानजनक तरीके से.
नई दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया की एक छात्रा उमैया ख़ान को हिजाब पहनने की वजह से यूजीसी नेट-परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी गई थी.
दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया की एक और गोवा की एक मुस्लिम छात्रा को हिजाब पहनने की वजह से प्रशासन पर परीक्षा में बैठने की इजाजत नहीं देने का आरोप है.
छात्रा का आरोप है कि फ़रमान में कहा गया है या तो वह स्कार्फ न पहने या फिर किसी मुस्लिम संस्थान में दाख़िला ले ले.