दक्षिण मुंबई की जुमा मस्जिद ट्रस्ट द्वारा दायर याचिका में ट्रस्ट की एक मस्जिद में पांच वक़्त की नमाज़ अदा करने की इजाज़त मांगी गई थी. बॉम्बे हाईकोर्ट ने इससे इनकार करते हुए कहा कि धार्मिक रीति-रिवाज़ों को मनाना या उनका पालन करना महत्वपूर्ण है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण लोक व्यवस्था और लोगों की सुरक्षा है.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने लॉकडाउन के बीच लोगों से मस्जिदों में इकट्ठा नहीं होने और घरों में ही रहकर जुमे की नमाज़ अदा करने की अपील की है.
2017 की ढलती जून की इस सुबह ईद मुबारक कहना झूठी तसल्ली जान पड़ती है, एक झूठा आश्वासन, सच्चाई से आंख चुराना! सच यह है कि यह ईद मुबारक नहीं है.
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपने कर्मचारियों के लिए जारी की एडवायजरी.