कुवैत के क़ानूनों के अनुसार खाड़ी देश में प्रवासियों द्वारा धरना या प्रदर्शन करने की मनाही है. यहां बीते 10 जून को पैगंबर मोहम्मद के समर्थन में प्रवासियों ने प्रदर्शन किया था. कुवैत उन कुछ देशों में से एक है, जिसने निलंबित भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की टिप्पणियों को लेकर भारतीय राजदूत को समन भेजा था.
पैगंबर मोहम्मद के बारे में निलंबित भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की टिप्पणियों को लेकर पैदा हुए आक्रोश के बीच कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि हाल के वर्षों में भारत सरकार ने इस्लामी देशों के साथ संबंधों को मज़बूत करने के लिए जो प्रभावशाली क़दम उठाए हैं, उनके कमज़ोर होने का ख़तरा पैदा हो गया है. कुछ लोग प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी को, जो कुछ हो रहा है, उसके समर्थन के तौर पर देख रहे हैं.
भाजपा देर से ही सही नूपुर शर्मा व नवीन जिंदल के विरुद्ध इतनी सख़्त हो गई कि पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए उनके बयानों से ख़ुद को अलग करती हुई उन्हें ‘शरारती तत्व’ क़रार दे रही है. सवाल ये है कि क्या वह अब तक उनका बचाव करते आ रहे नेताओं के साथ भी ऐसी सख़्ती बरतेगी और इनकी तरह उन्हें भी माफ़ी मांगने को मजबूर करेगी?
जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से कहा गया है कि पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी का विरोध करना मुसलमानों का संवैधानिक अधिकार है. पुलिस गोलीबारी, बुलडोज़र का इस्तेमाल और ‘अंधाधुंध तरीके से लोगों को गिरफ़्तार करके’ इस अधिकार का हनन करना किसी भी लोकतांत्रिक सरकार के लिए ‘शर्म की बात’ है.
शुक्रवार को औरंगाबाद में हुए एक प्रदर्शन के दौरान यहां से एआईएमआईएम सांसद और पूर्व पत्रकार इम्तियाज़ जलील ने नूपुर शर्मा के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि अगर उन्हें (शर्मा को) फांसी देनी है तो उसी चौराहे पर देनी चाहिए. पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस बयान से दूरी बनाते हुए कहा कि पार्टी का रुख़ जलील के बयान से अलग है.
इस बीच भाजपा से निष्कासित पार्टी की दिल्ली इकाई के मीडिया प्रमुख नवीन जिंदल के ख़िलाफ़ महाराष्ट्र के पुणे शहर में एक एफ़आईआर दर्ज की गई है. स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन एंड मुस्लिम स्टूडेंट फेडरेशन ने पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी को लेकर भाजपा से निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय के आर्ट्स फैकल्टी के सामने प्रदर्शन किया.
निलंबित भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर के ख़िलाफ़ टिप्पणी के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी. बंगाल के हावड़ा में हिंसा के बाद धारा 144 लागू और इंटरनेट सेवाएं बाधित. रांची के पड़ोसी रामगढ़ ज़िले में भी धारा 144 लागू. महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 100 से अधिक लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज. दिल्ली पुलिस ने जामा मस्जिद के बाहर विरोध प्रदर्शन के संबंध में एफ़आईआर दर्ज की.
निलंबित भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी के लिए उनकी गिरफ़्तारी की मांग पर बीते 10 जून को देश के कई शहरों और क़स्बों में विरोध प्रदर्शन हुए थे. झारखंड की राजधानी रांची में हिंसक प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की मौत हो गई थी. बीते नौ जून को दिल्ली पुलिस ने नूपुर शर्मा, नवीन जिंदल और यति नरसिंहानंद समेत 31 लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया था.
झारखंड पुलिस ने बताया कि शुक्रवार रात से राजधानी राजधानी में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रित एवं शांतिपूर्ण है. हालांकि, एहतियाती तौर पर शहर के 12 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर निषेधाज्ञा लागू की गई है. निलंबित भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर के ख़िलाफ़ टिप्पणी को लेकर उनकी गिरफ़्तारी की मांग पर शुक्रवार को देश भर के कई शहरों में प्रदर्शन हुए थे.
भाजपा से निलंबित किए गए नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद के बारे में टिप्पणी के ख़िलाफ़ देश के विभिन्न शहरों में प्रदर्शन हुए. दिल्ली की जामा मस्जिद में शर्मा की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन हुए. उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद और झारखंड की राजधानी रांची में हुए विरोध के दौरान हिंसा और आगज़नी भी हुई.
पुलिस ने बताया कि हनुमान मंदिर के पास हुए पथराव और हिंसक संघर्ष में रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, डेली मार्केट के थानेदार समेत दर्जन भर पुलिसकर्मी एवं अन्य लोग घायल हो गए. पुलिस को हिंसक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और हवा में गोलियां चलानी पड़ी.
भाजपा की अपदस्थ प्रवक्ता नूपुर शर्मा के एक टीवी चैनल की बहस में पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए बयान को लेकर कानपुर में हुई हिंसा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुई आलोचना को लेकर एडिटर्स गिल्ड ने प्रसारकों से कड़ी सतर्कता बरतने का आह्वान करते हुए कहा कि वे ठहरकर सोचें कि कैसे जानबूझकर विभाजनकारी हालात तैयार किए जा रहे हैं.
भाजपा के आठ सालों के शासन ने एक बड़ी जनसंख्या ऐसी पैदा की है जो मानती है कि पार्टी नेताओं के दुर्वचन को लेकर हुई अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी के लिए पार्टी के ‘ओजस्वी वक्ता’ नहीं बल्कि वे लोग ज़िम्मेदार हैं जो उस पर इतनी देर तक चर्चा करते रहे कि बात भारत से बाहर पहुंच गई.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भाजपा की अपदस्थ प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादास्पद टिप्पणी का केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है, क्योंकि वे सरकारी पदाधिकारी नहीं थीं. उन्होंने यह भी कहा कि बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देने वाले देशों के साथ अच्छे संबंध बने रहेंगे.
भाजपा नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के पैगंबर मोहम्मद के बारे में दिए गए बयान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना जारी है. खाड़ी देशों के बाद मालदीव, ओमान, इंडोनेशिया, जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, लीबिया जैसे देशों ने भी विवादित टिप्पणी को लेकर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की है.