इस साल हुई नीट परीक्षा के कथित लीक और धांधली की जांच कर रही सीबीआई का कहना है कि सीबीआई उसने ऐसे 144 अभ्यर्थियों की पहचान की है, जिन्होंने परीक्षा देने से कुछ घंटे पहले नीट-यूजी लीक कराने और प्रश्नपत्र हल करने के लिए कथित तौर पर पैसे दिए थे.
नीट-यूजी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को 30 से अधिक याचिकाओं को सुना, जिनमें परीक्षा में अनियमितता और कदाचार के आरोप लगाने के साथ ही परीक्षा नए सिरे से आयोजित करने संबंधी अनुरोध वाली याचिकाएं भी शामिल थीं.
नीट-यूजी परीक्षा में अनियमितताओं के आरोपों के बीच यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने के 48 घंटे से भी कम समय में शिक्षा मंत्रालय ने एनटीए से 25 से 27 जून तक होने वाली सीएसआईआर-यूजीसी नेट परीक्षा को स्थगित करने के लिए कहा. परीक्षा में लगभग 2 लाख उम्मीदवारों के शामिल होने उम्मीद थी.
वीडियो: नीट-यूजी 2024 पर पेपर लीक और प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोप लगे हैं, वहीं यूजीसी-नेट (जून 2024) को इम्तिहान के अगले ही दिन रद्द कर दिया गया. परीक्षा करवाने वाले एनटीए और देश में शिक्षा व छात्रों की स्थिति को लेकर दिल्ली यूनिवर्सिटी के शिक्षक डॉ. विजेंद्र सिंह चौहान और छात्रों के साथ चर्चा कर रही हैं मीनाक्षी तिवारी.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया है कि यूजीसी-नेट परीक्षा का प्रश्न पत्र डार्क नेट पर लीक हो गया था और यह इम्तिहान आयोजित करने वाकई संस्था- एनटीए की ओर हुई 'संस्थागत विफलता' को दर्शाता है.
एनटीए की स्थापना उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश/फेलोशिप हेतु परीक्षा आयोजित करने वाले एक प्रमुख परीक्षा संगठन के रूप में की गई थी. लेकिन इसका रिपोर्ट कार्ड साल दर साल विफलता के नए पैमाने गढ़ रहा है.
समय की हानि हरदयाल पब्लिक स्कूल और विजया सीनियर सेकेंडरी स्कूल, दोनों केंद्रों के अभ्यर्थियों को हुई, लेकिन ग्रेस अंक सिर्फ हरदयाल के छात्रों को मिला. झज्जर के एक अन्य केंद्र पर परीक्षा देने वाली छात्रा कटाक्ष करती हैं, 'मैं कैसे टॉप करती, मेरा सेंटर हरदयाल थोड़े ही था!’
इस साल नीट-यूजी परीक्षा पांच मई को हुई थी. शुरुआत में बिहार और गुजरात में इसका पेपर लीक होने के आरोप लगे थे, हालांकि 4 जून को इसके नतीजे आने के बाद से एक ही सेंटर से कई टॉपर होने, ढेरों छात्रों को पूर्णांक मिलने जैसे मुद्दे सामने आए और अब मामला कोर्ट तक पहुंच चुका है.
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने राज्य में नीट-यूजी का पेपर लीक होने को लेकर चल रही जांच से राजद नेता तेजस्वी यादव का नाम जोड़ा है. राजद का कहना है कि डिप्टी सीएम को छिटपुट ख़बरों के आधार पर कोई ग़ैर-ज़िम्मेदाराना बयान नहीं देना चाहिए.