भारतीय मुक्केबाज़ निकहत ज़रीन ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए बीते गुरुवार को इस्तांबुल में विश्व मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप में थाईलैंड की जितपोंग जुटामस को 5-0 से हराकर फ्लाइवेट (52 किग्रा) वर्ग में स्वर्ण पदक जीता है. इस जीत के साथ 2019 एशियाई चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता ज़रीन विश्व चैंपियन बनने वाली पांचवीं भारतीय महिला मुक्केबाज़ बन चुकी हैं.
ओलंपिक क्वालीफायर्स के लिए ट्रायल कराने की मांग करने वाली पूर्व जूनियर विश्व चैंपियन निखत ज़रीन का समर्थन करते हुए ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने कहा कि मैरी कॉम का मैं पूरा सम्मान करता हूं लेकिन खिलाड़ी को अपने करिअर में बार बार सबूत देने पड़ते हैं. यह सबूत कि हम आज भी कल की तरह खेल सकते हैं.
भारतीय मुक्केबाज़ी महासंघ की नीति थी कि महिला वर्ग में ओलंपिक क्वालीफायर में जाने का नियम सिर्फ स्वर्ण और रजत पदक विजेताओं पर लागू होता है. आरोप है विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली मैरीकॉम को बीएफआई ओलंपिक क्वालीफायर्स के लिए भेजना चाहता है.