घटना चित्रकूट ज़िले की है, जहां दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा ने 23 जून को ख़ुदकुशी कर ली थी. परिजनों का आरोप है कि दो लोगों के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न की उनकी शिकायत पर पुलिस की निष्क्रियता से निराश होकर उन्होेंने यह कदम उठाया.
बीते 1 सितंबर को मराठा समुदाय के लिए ओबीसी दर्जे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर जालना में पुलिस द्वारा लाठीचार्ज कर दिया गया था. इसमें शामिल तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को महाराष्ट्र सरकार ने निलंबित कर दिया है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मराठा समुदाय को आरक्षण देने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए मुख्य आंदोलनकारी से अपनी भूख हड़ताल ख़त्म करने की अपील की है.