पाकिस्तान सरकार का कहना है कि पाकिस्तान की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ़ पर प्रतिबंध लगाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम देश में ‘अनिश्चितता और अराजकता’ को जन्म दे सकता है.
पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकड़ ने कहा कि फिलिस्तीन की गंभीर चिंताजनक स्थिति को ध्यान में रखते हुए और वहां के लोगों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए सरकार द्वारा नए साल के जश्न के किसी भी तरह के आयोजन पर सख़्त पाबंदी लगाई जाती है.