वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पैंगोंग झील का दक्षिणी किनारा भारत और चीन के बीच टकराव का नया केंद्र बन गया है. चीनी प्रवक्ता झांग शिउली ने दावा किया है कि भारतीय सैनिकों ने वॉर्निंग शॉट्स फायर किए हैं. भारतीय सेना ने इसका खंडन करते हुए कहा है कि उकसावे की कार्रवाई चीन की तरफ से ही हुई है.
मई की शुरुआत में पूर्वी लद्दाख में सीमा पर विवाद बढ़ने के बाद दोनों देशों के बीच शीर्ष स्तर की यह पहली बैठक थी. भारत और चीन के बीच पीछे हटने और तनाव कम करने पर सैन्य और राजनयिक स्तर की वार्ता जुलाई के मध्य से आगे नहीं बढ़ पाई है.
भारतीय सेना ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने 29-30 अगस्त की रात को यथास्थिति को बदलने के लिए उकसाने वाली सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया. इस गतिविधि को भारतीय सैनिकों ने रोक दिया.
रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद नाइक ने लोकसभा में बताया कि 2016 में चीन की सेना ने भारतीय सीमा का 273 बार उल्लंघन किया, जो 2017 में बढ़कर 423 हो गया. 2018 में ऐसे मामलों की संख्या 326 थी.
बुधवार को लद्दाख की पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी. भारतीय सेना के अनुसार प्रतिनिधि स्तर की बातचीत के बाद इस मसले को सुलझा लिया गया है.