बीते तीन हफ्तों में पेट्रोल के दाम 9.12 रुपये और डीज़ल की कीमत 11.01 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है. इसके बाद राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 80.38 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल की 80.40 रुपये प्रति लीटर है.
शुक्रवार को डीज़ल की कीमतों में जहां लगातार 20वें दिन बढ़ोतरी हुई है, वहीं तीन सप्ताह से भी कम समय में पेट्रोल के दाम 19 बार बढ़ाए गए हैं. सात जून से पेट्रोल 8.87 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल 10.80 रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ है.
पेट्रोल और डीज़ल के दाम में बढ़ोतरी को लेकर प्रदर्शन करने के लिए भोपाल मध्य से कांग्रेस विधायक आरिफ़ मसूद और उनके पांच समर्थकों के ख़िलाफ़ भी केस दर्ज किया गया है. कांग्रेस नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के ख़िलाफ़ इस महीने में यह दूसरी एफ़आईआर दर्ज की गई है.
बीते 19 दिनों में डीज़ल के दाम में 10.63 रुपये और पेट्रोल के दाम में 8.66 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है. दिल्ली में पहली बार डीज़ल के दाम पेट्रोल से अधिक होने के साथ 80 रुपये प्रति लीटर के पार हुए हैं.
इस वृद्धि से डीज़ल के दाम जहां नई ऊंचाई पर पहुंच गए हैं, वहीं पेट्रोल के दाम भी दो साल की ऊंचाई पर पहुंच चुके हैं. तेल कंपनियों ने अप्रैल, 2002 में पेट्रोल-डीज़ल के दाम में हर पखवाड़े बदलाव करने की शुरुआत की थी. उसके बाद से किसी पखवाड़े में दाम में यह सबसे बड़ी वृद्धि है.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की क़ीमत में करीब नौ फ़ीसदी की कमी आई, लेकिन सरकार मुश्किल के समय लोगों को इसका लाभ देने के लिए कुछ नहीं कर रही है. तेल कंपनियों द्वारा मंगलवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार 10वें दिन वृद्धि की गई है.
तेल कंपनियां जून, 2017 के बाद से दैनिक आधार पर पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों की समीक्षा कर रही हैं. कंपनियों ने कीमतों की समीक्षा 82 दिनों तक स्थगित रखने के बाद सात जून से दाम में लागत के हिसाब से फेरबदल शुरू किया था. उसके बाद से यह लगातार आठवां दिन है जब ईंधन के दाम बढ़े हैं.
केंद्र सरकार द्वारा उत्पाद शुल्क में की गई इस बढ़ोतरी के बाद लोगों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की घटी कीमतों का कोई भी फायदा नहीं मिल पाएगा. दो महीने से कम की अवधि में यह दूसरी बार उत्पाद शुल्क बढ़ाया गया है.
असम के वित्त मंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा कि हमें हर महीने रॉयल्टी से 166 करोड़ रुपये की प्राप्ति होती रही है लेकिन अब यह राशि 50 करोड़ रुपये रह जाने का अनुमान है, इसलिये ईंधन के दाम बढ़ाकर हम अपने राजस्व को बचाए रखने का प्रयास कर रहे हैं.
कांग्रेस ने पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाए जाने के प्रस्ताव को लेकर आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार लोगों की तकलीफ का फायदा उठा रही है, जो कि बहुत अमानवीय है. लोगों की जीविका खत्म हो रही है और नौकरियां जा रही है. ऐसे में भाजपा सरकार मुनाफा कमा रही है.
कांग्रेस ने कहा है कि सरकार ने लोगों को फायदा देने की बजाय पेट्रोल और डीज़ल पर उत्पाद शुल्क तीन रुपये बढ़ा दिया. इसका सबसे ज़्यादा नुकसान आम लोगों, किसानों और ट्रांसपोर्टर हो होगा. इससे महंगाई बढ़ेगी.
ईरान में बीते 15 नवंबर को ये प्रदर्शन तब शुरू हुए जब सरकार ने पेट्रोल के न्यूनतम दाम 50 प्रतिशत तक बढ़ाकर 15,000 रियाल प्रति लीटर कर दिए. अधिकारियों ने इन प्रदर्शनों को जल्द ही बलपूर्वक दबा दिया था और एक सप्ताह तक इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी थी.
पेट्रोल और डीजल के संशोधित मूल्य शनिवार को प्रभावी हो गए. दिल्ली में पेट्रोल का दाम 2.45 रुपये लीटर बढ़कर 72.96 रुपये लीटर हो गया, जबकि मुंबई में यह वृद्धि 2.42 रुपये लीटर बढ़कर 78.57 रुपये प्रति लीटर रही.
रविवार को पेट्रोल 32 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी के साथ 81.82 रुपये लीटर पर पहुंच गया. वहीं डीजल 58 पैसे चढ़ कर 73.53 रुपये प्रति लीटर पर आ गया.
जन गण मन की बात की 304वीं कड़ी में विनोद दुआ पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और उस पर मोदी सरकार की प्रतिक्रिया पर चर्चा कर रहे हैं.