यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों को भेजे गए नोटिस में कहा है कि नेट स्कोर का इस्तेमाल पीएचडी प्रवेश के लिए किया जा सकता है. छात्रों का कहना है कि नेट पास करने के प्रमाणपत्र की वैधता पहले ही घटाकर एक वर्ष कर दी गई है. इससे कई आवेदकों को पीएचडी आवेदन करने का मौक़ा ही नहीं मिलेगा.