घटना सूरत नगरपालिका द्वारा संचालित एक अस्पताल की है, जहां प्रशिक्षण अवधि के बाद मेडिकल टेस्ट करवाने आई महिला लिपिकों ने दुर्व्यवहार की शिकायत की है. महिलाओं के अनुसार उन्हें चेकअप के लिए एक साथ बुलाकर वॉर्ड में बिना कपड़ों के खड़ा रखा गया, साथ ही अविवाहित महिलाओं की भी गर्भावस्था से जुड़ी जांचें की गईं.