किसान संघों द्वारा भारतीय जनता पार्टी के विरोध में राज्य के विभिन्न गांवों में जो पोस्टर लगाए गए हैं. उनमें कई पोस्टर युवा किसान शुभकरण सिंह को समर्पित थे, जिनकी फरवरी में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर सुरक्षा बलों की गोली लगने से मौत हुई थी.
गुड़गांव के सेक्टर 69 की एक चाय की दुकान की दीवार पर ये आपत्तिजनक पोस्टर चिपकाए गए थे, जिनमें मुसलमानों से सोमवार तक जगह छोड़ने वरना परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी. हालांकि दुकान के मालिक ने कबाड़ का काम करने वाले एक व्यक्ति पर इसका संदेह जताया है, जिससे कुछ दिन पहले उनका विवाद हुआ था.
पिछले हफ्ते आईआईटी बॉम्बे के हॉस्टल 12 की कैंटीन की दीवारों पर ‘केवल शाकाहारियों को यहां बैठने की अनुमति है’ वाले पोस्टर लगाए गए थे, जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई थी. इसे लेकर छात्रों ने भोजन के आधार पर भेदभाव बरतने का मुद्दा उठाया है.
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दिल्ली भाजपा ने राजधानी में झुग्गीवासियों तक पहुंच बनाने ले लिए झुग्गी सम्मान यात्रा शुरू की है, जिसके प्रचार के पोस्टर और होर्डिंग्स में झुग्गीवासियों को दिखाया गया था, जिनमें तमिल लेखक पेरुमल मुरुगन की तस्वीर भी शामिल है. भाजपा ने इसे अनजाने में हुई ग़लती बताया है.
मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित ऑक्सफोर्ड कॉलेज का मामला. बीते रविवार को हिरासत में लिए जाने के दो दिन बाद मंगलवार को 50-50 रुपये के निजी मुचलके पर इन्हें रिहा कर दिया गया. बजरंग दल ने कॉलेज पर आरोप लगाया है कि युवतियों को इकट्ठा कर ‘लव जिहाद’ को बढ़ावा दिया गया और आयोजन की शुद्धता को विकृत किया गया. वहीं प्रदेश के रतलाम ज़िले में विश्व हिंदू परिषद ने गरबा पंडालों में ग़ैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने वाले