कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों समेत कई बड़े नाम आम आदमी पार्टी के लगभग अनजान से चेहरों से चुनाव हारे हैं. वहीं, भाजपा भी अपनी दो ही सीटें बचा सकी.
चुनाव में उतरे बादल परिवार के पांच सदस्यों- प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर बादल, मनप्रीत बादल, बिक्रम सिंह मजीठिया और आदेश सिंह कैरों अपनी सीट नहीं बचा सके. इन सभी को आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों ने हराया है. तीन दशकों में पहली बार 117 सदस्यीय विधानसभा में इस परिवार का कोई प्रतिनिधित्व नहीं होगा.
एक आधिकारिक जांच आयोग ने पाया कि भारती और डेल मोंटे के स्वामित्व वाली फर्म ने लीज़ समझौते का उल्लंघन किया है. इसके अलावा लीज़ को तत्काल रद्द करने की अनुशंसा करने वाली रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.
इससे पहले पद्मश्री और अर्जुन अवॉर्ड सम्मानित सहित कई पूर्व खिलाड़ियों ने भी अपने सम्मान लौटाने की बात कही है. केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए विवादित कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ किसान बीते 26 नवंबर से दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं.
कांग्रेस की ओर से वाराणसी सीट पर अजय राय का उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि सपा-बसपा गठबंधन ने शालिनी यादव को चुनाव मैदान में उतारा है.
पंचायती राज संस्थानों और स्थानीय निकाय संस्थाओं में महिला प्रतिनिधित्व 33 फीसदी से बढ़ाकर 50 फीसदी करने का भी फैसला
राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के अलावा नौ कैबिनेट मंत्रियों और दो राज्य मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.