उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण कर चुके लोगों की एक कथित सूची लीक हुई थी, जिसमें अब्दुल समद नाम के शख़्स के साथ सहारनपुर के प्रवीण कुमार की तस्वीर लगी थी और अन्य जानकारियां भी उन्हीं की थीं. प्रवीण ने धर्मांतरण से इनकार किया है लेकिन पुलिस से क्लीन चिट मिलने के बाद भी गांव में उनका सामाजिक तौर पर बहिष्कार कर दिया गया है.
कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच दिल्ली में ‘फैबीफ्लू’ नाम की दवाई की किल्लत होने पर पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने 21 अप्रैल को घोषणा की थी कि उनके संसदीय क्षेत्र के लोग उनके दफ्तर से नि:शुल्क यह दवा ले सकते हैं. इस घोषणा पर सोशल मीडिया सहित राजनीतिक हलकों में हुए विरोध और दवा की जमाखोरी के आरोपों के बाद उनके ख़िलाफ़ अदालत में याचिका दायर की गई थी.
दिल्ली के ड्रग कंट्रोल विभाग द्वारा भाजपा सांसद गौतम गंभीर की फाउंडेशन और आम आदमी पार्टी के दो विधायकों के ख़िलाफ़ कोरोना की दवा फेवीपिराविर व मेडिकल ऑक्सीजन की ग़ैर क़ानूनी तरीके से खरीद, भंडारण तथा वितरण के आरोप में अदालत में तीन अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराई हैं.