उत्तराखंड के बद्रीनाथ में पुजारियों और स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन द्वारा चारधाम यात्रा के कथित कुप्रबंधन, बद्रीनाथ में वीआईपी ‘दर्शन’ व्यवस्था बंद करने, स्थानीय लोगों के लिए पारंपरिक मार्गों से बैरिकेड हटाने और पहले की तरह मंदिर में प्रवेश की सुविधा देने सहित अपनी आधा दर्जन से अधिक मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
तमिलनाडु हिंदू रिलिजियस एंड चेरिटेबल एंडोमेंट विभाग ने चिदंबरम नटराज मंदिर के रिकॉर्ड खंगालने के लिए मंदिर प्रबंधन से संपर्क किया था, लेकिन पुजारियों के विरोध के बाद विभिन्न सेवाओं पर जनता से सीधा फीडबैक मांगा गया. विभागीय संयुक्त कमिश्नर के मुताबिक़, जनता की ओर से क़रीब 20,000 याचिकाएं मिलीं, जिनमें से 14,000 से अधिक में मंदिर प्रबंधन के ख़िलाफ़ गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
यह घटना 31 जुलाई की है. आरोप है कि उत्तर प्रदेश के आंवला से भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप उत्तराखंड के अल्मोड़ा स्थित जागेश्वर धाम मंदिर में गए थे, जहां मंदिर परिसर में तय समय से अधिक रुकने पर विवाद हुआ. इस दौरान सांसद ने मंदिर पुजारियों और अन्य सदस्यों के साथ अपशब्दों का इस्तेमाल भी किया.
केरल के कन्नूर ज़िले का मामला. पीड़ित ने आरोप लगाया है कि उन्होंने एक वीडियो साझा किया था, जिसमें एक व्यक्ति बता रहा था कि कैंसर से पीड़ित उनके बच्चे के लिए मृत्यु पूर्व होने वाले एक धार्मिक संस्कार को करने से स्थानीय पादरी ने इनकार कर दिया था. इसकी वजह से उन्हें बंधक बनाकर प्रताड़ित किया गया.
यह घटना बुलंदशहर के पगोना गांव की है. आरोप है कि मंदिर से पुजारियों का चिमटा चुराए जाने पर हुए विवाद के बाद आरोपी ने तलवार से दोनों की हत्या कर दी.