दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. जीएन साईबाबा माओवादियों से संबंध के आरोप में मई 2014 में गिरफ़्तार किया गया था. उन्हें उम्रक़ैद की सज़ा मिली हुई है.
सीनेट चुनाव में धांधली का आरोप लगाकर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने यूनिवर्सिटी में जमकर हंगामा काटा. आरोपियों के ख़िलाफ़ केस दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.
प्रो. साईबाबा, जूएनयू के छात्र हेम मिश्रा और पत्रकार प्रशांत राही समेत पांच को गढ़चिरौली कोर्ट ने माओवादियों से संपर्क रखने और भारत के खिलाफ षडयंत्र रचने का दोषी क़रार दिया है.