टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के सहायक प्रोफेसर अर्जुन सेनगुप्ता ने छात्र नेता और पीएचडी स्कॉलर रामदास प्रिनी शिवानंदन के समर्थन में हुई बैठक में हिस्सा लिया था. शिवानंदन को अप्रैल में टिस प्रशासन ने ‘देश-विरोधी गतिविधियों’ का आरोप लगाते दो साल के लिए निलंबित किया था.